नई दिल्ली: एक महिला आईएएस अधिकारी ने दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट में खुद को एक सरकारी अधिकारी बताने वाले एक गुमनाम व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जो उनसे गोपनीय जानकारी निकलवाना चाहता था.
एफआईआर में वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले तीन-चार सप्ताह से आरोपी उन्हें परेशान कर रहा है और उन्हें धमकी भी दी गई है. अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया. प्राथमिकी की एक कॉपी दिप्रिंट के पास है.
शिकायत मिलने के बाद उत्तर जिला पुलिस की साइबर सेल ने मंगलवार को धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा छल के लिए सजा), 467 (मूल्यवान सुरक्षा या वसीयत की धोखाधड़ी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (फर्जी दस्तावेज के रूप में वास्तविक रूप से उपयोग करना), 473 (जालसाजी करने के इरादे से मुहर, प्लेट आदि बनाना या नकली बनाना), भारतीय दंड संहिता के 509 (शब्द, इशारा या किसी महिला की विनम्रता का अपमान करने का इरादा) और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की संबंधित धारा के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
एफआईआर में लिखा है, ‘मुझे XXXXXXXXX नंबर से व्हाट्सएप कॉल और मैसेज मिल रहे हैं, जो मेरे विभाग से संबंधित गोपनीय जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, मुझे धमकी दी जा रही है और मुझे परेशान किया जा रहा है और वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहा है. जब मैंने उस व्यक्ति से कहा कि मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कराऊंगी, तो उसने जवाब दिया कि वह नकली/झूठे दस्तावेजों के सहारे लिए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है. पुलिस उसका पता नहीं लगा पाएगी. उक्त व्यक्ति ने मुझसे बात करते हुए खुद को एक सरकारी अधिकारी के रूप में प्रदर्शित करने का भी प्रयास किया..’
अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि यह व्यक्ति व्हाट्सएप पर अपना नाम बदलता रहता है ताकि किसी और को ठगने की कोशिश कर सके.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘मामले की जांच जारी है.’
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