नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 वर्षीय एक लड़के की चाकू घोंपकर हत्या किए जाने की घटना के बाद पुलिस इस मामले में एक महिला की संलिप्तता की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि उक्त महिला जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी के लिए बाउंसर के रूप में काम करती थी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया, ‘‘कुणाल की न्यू सीलमपुर में बृहस्पतिवार शाम चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करने के बाद दो संदिग्धों साहिल और रेहान की पहचान की।’’
अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने दावा किया कि जिस वक्त कुणाल की हत्या की गई, उस समय वहां पर जिकरा नामक महिला मौजूद थी। इस महिला को इलाके में ‘लेडी डॉन’ के रूप में जाना जाता है।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने जिकरा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, हालांकि उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है।
कुमार ने कहा, ‘‘हमने आरोपियों की पहचान कर ली है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। मामले को सुलझाने के लिए दस टीम बनाई गई हैं और वे सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रही हैं। हमने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।’’
जिकरा जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी जोया के लिए बाउंसर के रूप में काम करती थी।
सूत्रों ने बताया कि वह (जिकरा) जोया के जेल जाने से पहले कथित तौर पर उसके साथ रह रही थी। ऐसा माना जा रहा है कि जोया की गिरफ्तारी के बाद जिकरा अपना गिरोह बनाने की कोशिश कर रही थी।
मृतक के परिजनों ने दावा किया कि कुछ समय पहले कुणाल के समुदाय के कुछ सदस्यों ने जिकरा के चचेरे भाई साहिल पर कथित तौर पर हमला किया था, जिसके बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था।
सूत्रों ने बताया कि ऐसा हो सकता है कि साहिल पर हुए हमले का बदला लेने के लिए ही कुणाल की हत्या की गई है।
परिवार के एक सूत्र ने बताया, ‘‘ऐसा संदेह है कि शायद कुणाल ने भी साहिल पर चाकू से हमला किया था। हालांकि साहिल की मौत नहीं हुई, लेकिन उसने ज़िकरा के साथ मिलकर हमले का बदला लेने की योजना बनाई।’’
मृतक की मां परवीन ने पत्रकारों को बताया, ‘‘जिकरा इलाके में पिस्तौल लेकर घूमती रहती थी। उसके चचेरे भाई साहिल के साथ एक घटना हुई थी, लेकिन मेरा बेटा इसमें शामिल नहीं था। फिर भी उन्होंने उसे मार डाला। उन्होंने उस पर कई बार बेरहमी से चाकू से वार किया।’’
जिकरा को सोशल मीडिया मंच पर पिस्तौल के साथ वीडियो साझा करने के बाद शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। जिकरा जमानत पर बाहर आने के बाद कुणाल के घर के पास किराए के मकान में रह रही थी।
जिकरा कथित तौर पर एक गिरोह का नेतृत्व करती थी, जिसमें 10-12 युवक शामिल हैं और अब कुणाल की हत्या के सिलसिले में इनमें से कुछ की भूमिका का पता चल रहा है।
मृतक के परिजनों ने दावा किया कि क्षेत्र के कुछ निवासियों को जिकरा के डर से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस बीच, स्थानीय लोगों और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) सहित कुछ हिंदू संगठनों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद इलाके में स्थानीय पुलिस और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) को तैनात कर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इलाके में ‘‘हिंदू पलायन कर रहे हैं’’ और ‘‘कृपया मदद करें, योगी जी’’ लिखे पोस्टर चस्पा किए गए, हालांकि पुलिस ने बाद में इन्हें हटा दिया था।
भाषा प्रीति अविनाश
अविनाश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.