नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को सुरक्षा बढ़ा दी गई और प्रमुख प्रतिष्ठानों पर अर्धसैनिक बलों के कर्मियों समेत अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई।
सुरक्षा व्यवस्था में यह बढ़ोतरी भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सशस्त्र संघर्ष के बीच की गई है।
पाकिस्तानी सेना ने कल रात अवंतिपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने की कोशिश की। इन कोशिशों को नाकाम कर दिया गया और लाहौर में पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी जोन के विशेष आयुक्त सभी 15 जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक कर रहे हैं।
सूत्र ने बताया, ‘‘सभी पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अपने क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने (सहायक पुलिस आयुक्तों) एसीपी और थाना प्रभारियों जैसे अपने अधिकारियों को पहले ही सभी जरूरी बातें बता दी हैं। डीसीपी व्यक्तिगत रूप से अपने क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं और दिल्ली पुलिस किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।’’
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मॉल, बाजार, मेट्रो स्टेशन, होटल, आवासीय कॉलोनियों, हवाईअड्डों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
शहर में, विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस जांच बढ़ा दी गई है तथा दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है।
शिमला से प्राप्त समाचार के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर समेत पंजाब की सीमा से लगे जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बाबा बालक नाथ, मां चिंतपूर्णी और मां नैना देवी जैसे प्रसिद्ध मंदिर हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिलों में स्थित हैं, इसलिए पुलिस ने वहां सुरक्षा जांच तेज कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि मंदिर परिसर और उनके आसपास के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है, जबकि श्रद्धालुओं को सतर्क रहने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों समेत अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया।
अमरावती से प्राप्त खबर के अनुसार आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरीश कुमार गुप्ता ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बृहस्पतिवार को राज्य में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा कड़ी कर दी।
डीजीपी ने वीआईपी सुरक्षा के अलावा आम जनजीवन और संस्थानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों की सुरक्षा की भी समीक्षा की।
एक सरकारी सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘डीजीपी हरीश कुमार गुप्ता, खुफिया प्रमुख महेश चंद्र लड्ढा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति और आवश्यक कार्रवाई की समीक्षा की। डीजीपी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा के संबंध में सख्त कदम उठाने के निर्देश जारी किए।’’
जब अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को उनकी सुरक्षा में आ रही दिक्कतों से अवगत कराया तो उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आवश्यक सुरक्षा उपाय इस तरह लागू करें कि आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं को असुविधा न हो।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में जवानों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
भाषा राजकुमार रंजन
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