भुवनेश्वर, 23 जनवरी (भाषा) नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज (आईएनए) की गुप्त सेवा शाखा द्वारा भेजे गए एक गुप्त रेडियो के साथ-साथ रेडियो विशेषज्ञों के लिए उपकरण 1944 में कोणार्क में पनडुब्बी से उतारे गये थे।
इसका खुलासा भुवनेश्वर के प्रसिद्ध युद्ध इतिहासकार अनिल धीर ने अपनी आगामी किताब ‘‘नेताजी एंड ओडिशा: द अनटोल्ड स्टोरीज’’ में किया है।
धीर ने अपनी किताब में लिखा है कि मार्च 1944 में हथियारों से लैस जापानी पनडुब्बी पिनांग में अपने सुरक्षित अड्डे से रवाना हुई। इसमें एक शक्तिशाली ट्रांसमीटर सेट के साथ आईएनए की गुप्त शाखा के चार अधिकारी थे, जिन्हें ओडिशा में कोणार्क समुद्र तट पर उतरना था।
किताब के अनुसार पबित्र मोहन रॉय के नेतृत्व में टीम में तीन रेडियो विशेषज्ञ- मोहिंदर सिंह, तुहीन मुखर्जी और अमरीक सिंह गिल शामिल थे। उनके यात्रा पर रवाना होने से पहले नेताजी ने उन्हें सीधा संदेश भेजा था जो कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) में किसी भी तरह से रेडियो बेस स्थापित करने से जुड़ा था।
भाषा आशीष अविनाश
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