वडोदरा, 11 जुलाई (भाषा) गुजरात के वडोदरा जिले में गंभीरा पुल हादसा मामले में शुक्रवार को सुबह महिसागर नदी में खोज एवं बचाव अभियान फिर शुरू किया गया क्योंकि हादसे के बाद दो लोग अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने वाले चार दशक पुराने पुल का एक हिस्सा बुधवार सुबह पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव के पास ढह जाने से कई वाहन नदी में गिर गए थे।
वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया ने बताया कि गंभीरा पुल हादसे के तीसरे दिन तलाश एवं बचाव अभियान फिर शुरू किया गया। बृहस्पतिवार रात तक 18 शव बरामद किए गए जबकि हादसे के बाद लापता दो और लोगों की तलाश का कार्य अब भी जारी है।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘आज हमारे अभियान का मुख्य उद्देश्य नदी में गिरे स्लैब के नीचे फंसे एक शव और पानी में फंसे एक ट्रक के लापता चालक को निकालना है।’’
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को आठ लापता लोगों की सूची तैयार की गई और उनमें से छह के शव बरामद कर लिए गए।
यह अभियान राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं अन्य एजेंसियों द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
धमेलिया ने कहा कि बचाव दल दलदली इलाके, पानी में ‘सोडा ऐश’ की मौजूदगी और अत्यधिक संक्षारक पदार्थ से भरे एक टैंकर सहित कई चुनौतियों के बीच काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नदी में गिरे एक टैंकर में सल्फ्यूरिक एसिड था और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि उसमें से कोई रिसाव न हो।
पानी में ‘सोडा ऐश’ मौजूद है, जिससे बचावकर्मियों को जलन और खुजली हो रही है। अधिकारी ने बताया कि इसे बेअसर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
धमेलिया ने बताया कि नदी और उसके किनारों पर दलदल के कारण भी बचाव अभियान जटिल हो गया है।
इससे पूर्व एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि सामान से लदे एक ट्रक सहित कुछ वाहन अब भी नदी के दलदली क्षेत्र में फंसे हुए हैं, इसलिए जिला प्रशासन ने उन्हें बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना के एक ‘उच्च-क्षमता वाले ट्रक’ का इस्तेमाल किया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि दलदल की समस्या से निपटने के लिए नदी के किनारे तीन ट्रक कंक्रीट मिश्रण बिछाकर बचाव दल के लिए एक अस्थायी मंच तैयार किया गया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बृहस्पतिवार को पुल ढहने की घटना के सिलसिले में राज्य के सड़क एवं भवन विभाग के चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया।
राज्य में 2021 से अब तक पुल ढहने की कम से कम छह बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं।
दिसंबर 2021 में अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके में मुमतपुरा फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान एक स्लैब ढह गया था। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
वहीं, अक्टूबर 2022 में मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बने एक ब्रिटिशकालीन ‘सस्पेंशन ब्रिज’ (झूला पुल) के ढह जाने से 135 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के वक्त पुल पर 200 से अधिक पर्यटक सवार थे।
भाषा सुरभि मनीषा
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