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Thursday, 21 November, 2024
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मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके में सीलिंग फिर से शुरू, 12 यूनिट सील

एक हफ्ते से बिजली और पानी नहीं होने से मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके के व्यापारियों को भारी जहमत उठानी पड़ रही है. उनके यहां काम कर रहे मजदूर एक-एक कर घर जाना शुरू कर दिया है.

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नई दिल्ली: मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके में सीलिंग की कार्रवाई फिर से शुरू हो गई है. बुद्धवार को एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (डीपीसीसी) और साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कारपोरेशन (एसडीएम) ने 12 फैक्ट्रियों को सील कर दिया है. स्थानीय व्यापारियों के अनुसार अन्य फैक्ट्रियों की सीलिंग सोमवार को होगी. वहीं, पिछली बार सीलिंग के दौरान हुई झड़प से सबक लेते हुए डीपीसीसी इस बार एहितायत बरत रही है. ताकि, किसी भी तरह के विवाद पैदा न हो.

मायापुरी में स्क्रैप व्यापारियों के संगठन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ‘मोंटी’ के अनुसार डीपीसीसी ने पिछले महीने सर्वे के बाद 41 यूनिटों को सीलिंग का नोटिस जारी किया था. इनमें से कई यूनिट ऐसी हैं, जो तय मानक पर खरी नहीं उतरती. वहीं, कुछ के पास सारे सर्टिफिकेट भी नहीं है. जिसके कारण डीपीसीसी ने इन्हें 4 लाख रुपये जुर्माने के साथ ही 19 जून को सील करने का नोटिस जारी किया था.

नोटिस जारी होने के लगभग एक हफ्ते बाद डीपीसीसी ने 27 जून यानी बुद्धवार को सीलिंग कर सभी 41 फैक्ट्रियों की बिजली-पानी काटने के अलावा 12 इंडस्ट्रियल यूनिट को सील कर दिया. डीपीसीसी ने इन 41 यूनिटों के अलावा मायापुरी में चल रहे अन्य 81 यूनिट को भी नोटिस भेज उन्हें 2-2 लाख जुर्माना देने को कहा है.

बता दें, मायापुरी में कुछ इंडस्ट्रियल यूनिट नियमों को ताख पर रखकर काम कर रही थी. साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कारपोरेशन (एसडीएमसी) ने मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके में पिछले दिनों सर्वे में पाया था कि यहां करीब 30 प्रतिशत इंडस्ट्रियल यूनिट अवैध हैं और उनके पास ट्रेडिंग लाइसेंस नहीं है. जिसके बाद निगम ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (डीपीसीसी) को सौंपी थी.


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व्यापारी हुए परेशान

मायापुरी में डीपीसीसी ने 19 जून को 41 यूनिटों को नोटिस जारी कर दिया था. जिसके बाद 20 जून यानी बुद्धवार को इन सभी यूनिटों की बिजली और पानी की सप्लाई बंद कर दी गई.

मायापुरी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन वेलफेयर बोर्ड के सेक्रेटरी नीरज सहगल ने दिप्रिंट से बातचीत में बताया, ‘सभी 41 यूनिट की बिजली और पानी की सप्लाई काट दी गई. व्यापारियों ने गुरुवार को सभी आदेशों का पालन करते हुए जुर्माने की राशि भर दी इसके बाद शुक्रवार को हमारी मीटिंग भी हुई, जिसमें दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और डीपीसीसी की तरफ से अरुण मिश्रा भी थे. मीटिंग में कहा गया कि सोमवार को सप्लाई निर्बाध तरीके से शुरू हो जाएगी. लेकिन आज लगभग चार दिन बीत जाने के बाद भी चीजें बहाल नहीं हुई. अधिकारियों से पूछने पर कोई जवाब नहीं आ रहा है.’

एक हफ्ते से बिजली और पानी नहीं होने से मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके के व्यापारियों को भारी जहमत उठानी पड़ रही है. उनके यहां काम कर रहे मज़दूरों ने एक-एक कर घर जाना शुरू कर दिया है.


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बीते 5 अप्रैल को मायापुरी में अचानक हुई सीलिंग के दौरान व्यापारियों और डीपीसीसी में झड़प होने के कारण इसे बीच में रोक दिया गया था. वहीं, इस बार पुलिस और व्यापारी दोनों सावधानी बरत रहे हैं. सीलिंग की मार झेल रहे एक व्यापारी ने दिप्रिंट को बताया कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा है और उम्मीद है कि उनकी समस्या का समाधान जल्द होगा.

नीरज सहगल ने बताया कि गुरुवार को 5 व्यापारी कोर्ट पहुंचे थे. जिसमें से एक को कोर्ट ने स्टे आर्डर दे दिया है. बाकी चार को भी कुछ दिनों में कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद है.

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