कन्नौज: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा एक अस्पताल में कथित तौर पर सरकारी डॉक्टर को फटकार लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. भाजपा ने इसे शर्मनाक बताया है.
अखिलेश एक बस हादसे में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. उन्हें वीडियो में सरकारी डॉक्टर से कहते सुना जा रहा है, ‘तुम सरकार के आदमी हो, तुम्हें नहीं बोलना चाहिए. तुम सरकार का पक्ष नहीं ले सकते.’ उन्हें आपात चिकित्सा अधिकारी डीएस मिश्रा से कहते सुना जा सकता है, ‘तुम बहुत छोटे अधिकारी हो. बहुत छोटे कर्मचारी हो. आरएसएस के हो सकते हो. बीजेपी के हो सकते हो …. दूर हो जाओ यहां से. एकदम दूर हो जाओ. हट जाओ यहां से. बाहर भागो यहां से.’
इस पर मिश्रा ने कहा, ‘वह (अखिलेश यादव) मरीजों का हाल-चाल ले रहे थे. पूछ रहे थे कि चेक मिला कि नहीं. मैंने सफाई देनी चाही कि साहब चेक मिला है. ये भाग जाते हैं घर. इस पर (वह) भड़क गये एकदम से. कहा भाग जाइये … हम इमर्जेंसी ड्यूटी पर थे और हमसे कहा कि निकल जाइये.’ उन्होंने कहा कि वह मरीजों का इलाज कर रहे थे. एक मरीज ने कहा कि उसे मुआवजे का चेक नहीं मिला है. मैंने सफाई देने की कोशिश की तो सपा अध्यक्ष ने चले जाने को कहा.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने इस घटना पर कहा, ‘बहुत शर्म की बात है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर रह चुके अखिलेश यादव जैसे व्यक्ति ने एक बुजुर्ग आपात चिकित्सा अधिकारी को अकारण बेइज्जत किया.’
सिंह ने कहा, ‘ये समझ के परे है कि इतने निचले स्तर पर अखिलेश जाएंगे और इस तरह की भाषा का उपयोग करेंगे. वह डॉक्टर वहां ड्यूटी पर थे और घायलों की देखरेख कर रहे थे. मरीजों को जो पैसा सरकार की तरफ से मिलना था, वह भी दिलवाया जा रहा था.’
मंत्री ने कहा कि इसके बावजूद भी अखिलेश ने इस तरह की भाषा का प्रयोग करके किसी एक संस्था या किसी एक दल से जोड़ते हुए इस तरह की बात की है जो बहुत ही शर्म की बात है.
उन्होंने कहा, ‘इतने निचले स्तर पर गिरकर बात करना राजनीति के खिलाफ ही जाता है और इनके खिलाफ भी जाएगा.’