लखनऊ, 14 मार्च ( भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि खून देकर किसी की जिन्दगी बचाना सबसे महान काम है, दुनिया का कोई वैज्ञानिक ईश्वर प्रदत्त रक्त नहीं बना सकता है।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर एक इंसान का खून ही किसी दूसरे की जिन्दगी बचा सकता है। राज्यपाल ने सोमवार को राजभवन स्थित गांधी सभागार में डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ द्वारा आयोजित स्वैच्छिक प्लेटलेट दान जागरूकता शिविर का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खून देकर किसी की जिन्दगी बचाना सबसे महान काम है। राजभवन से जारी बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि रक्तदान एकदम सुरक्षित प्रक्रिया है, एक औसत वयस्क रक्तदान के बाद 24 से 48 घंटों में फिर से रक्त बना लेता है। बयान में कहा गया कि अगर प्लेटलेट्स दान की बात करें तो एक स्वस्थ व्यक्ति सालाना 24 बार प्लेटलेट्स दान कर सकता है।
राज्यपाल ने समारोह में प्लेटलेट्स दान को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। समारोह में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा पहले से किए जा रहे कुछ कार्यों और रक्त संग्रहण के स्थापित पंजीकरणों की जानकारी दी।
इस अवसर पर शिविर का आयोजन कर रहीं डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की निदेशक डॉक्टर सोनिया नित्यानंद ने बताया कि दाता का रजिस्ट्रेशन हो जाने पर ये विवरण वेबसाइट पर रहेगा।
चिकित्सक रक्त की आवश्यकता होने पर निकटतम डोनर का विवरण साइट पर देखकर उनसे सम्पर्क कर सकेंगे। समारोह में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता सहित बड़ी संख्या में प्लेटलेट दाता उपस्थित थे।
भाषा आनन्द संतोष
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