नई दिल्ली: दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि एनटीपीसी ने शहर को दी जाने वाली चार हजार मेगावाट बिजली की आपूर्ति को आधा कर दिया है, जिसके बाद दिल्ली सरकार महंगी गैस आधारित बिजली के साथ-साथ उच्च बाजार दर पर इसे खरीदने पर निर्भर है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोयला संकट पर कहा कि स्थिति काफी गंभीर है और कई मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार को इसके बारे में जानकारी दी है. हम सब मिलकर स्थिति को सही करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि आपूर्ति में बाधा आ रही है.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी समेत इन मंत्रालयों के अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं. इस बैठक में एनटीपीसी के अधिकारी भी शामिल हैं.
Delhi: Union Power Minister RK Singh, Coal Minister Pralhad Joshi along with officials of Power and Coal Ministry arrive at MHA to meet Union Home Minister Amit Shah.
NTPC officials are also present in the meeting. pic.twitter.com/81ohPHxrAn
— ANI (@ANI) October 11, 2021
बता दें कि केंद्रीय सरकार कहती रही है कि देश में किसी तरह का कोयला संकट नहीं है. हालांकि कई राज्य सरकारों ने केंद्र को इस बाबत पत्र लिखा है.
ऊर्जा मंत्री जैन ने दावा किया कि नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) के अधिकतर संयंत्र 55 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर रहे हैं क्योंकि उनके पास केवल एक-दो दिन का कोयला भंडार शेष है. उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली अधिकतर बिजली एनटीपीसी से खरीदती है, लेकिन इसकी आपूर्ति आधी कर दी गई है.
जैन ने कहा, ‘एनटीपीसी हमें 4000 मेगावाट बिजली देती है, लेकिन इसने वर्तमान में यह मात्रा आधी कर दी है. इसके कारण हमें गैस के जरिए बिजली उत्पादन करना पड़ रहा है, जिसकी कीमत 17.25 रुपये प्रति यूनिट है.’
दिल्ली में गैस आधारित तीन संयंत्र हैं, जिनकी कुल क्षमता 1900 मेगावाट है.
ऊर्जा मंत्री ने कहा, केन्द्र ने सस्ती गैस का कोटा समाप्त कर दिया है. हमें इसे खरीदना पड़ रहा है और इसके उत्पादन की लागत 17.50 रुपये है. इसके अलावा संकट के कारण हमें बिजली उच्च दरों पर 20 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदनी पड़ रही है.’
जैन ने कहा कि केन्द्र को खारिज करने की जगह कोयला संकट की बात स्वीकार करनी चाहिए. इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब भी बिजली कटौती का सामना कर रहा है.
यह भी पढ़ें: लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद, पथराव की घटना के बाद मुंबई में बेस्ट बस सेवा बंद
यह सब जगह की स्थिति: नीतीश कुमार
देशभर में कोयले की आपूर्ति में कमी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जितनी बिहार की जरूरत है उस हिसाब से या तो हमें एनटीपीसी से मिलता है या फिर प्राइवेट कंपनियों से लेते थे. इन कंपनियों से जितनी आपूर्ति का प्रावधान था, वह नहीं हो पा रही है. इसके चलते समस्या आई है.
उन्होंने कहा, ‘यह बात बिल्कुल सही है कि समस्या है. जहां से आपूर्ति होती थी वहां उनका उतना उत्पादन नहीं है. कोई कारण हैं जिसके चलते ऐसी स्थिति पैदा हुई है. ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ बिहार की स्थिति है, यह सब जगह की स्थिति है.’
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
यह भी पढ़ें: औवेसी पिछले जन्म के साथी ‘नकुल’ और मोहन भागवत ‘शकुनि मामा’- छुट्टी के लिए MP के इंजीनियर का अजीब पत्र