श्रीनगर, नौ मार्च (भाषा) श्रीनगर के बाहरी इलाके में बुधवार को आतंकवादियों ने एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
सरपंच की पहचान समीर भट के रूप में हुई है। राजनीतिक दलों ने सरपंच की हत्या पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भट को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी और उन्हें श्रीनगर के एक होटल में ठहराया गया था, लेकिन बुधवार को वह बिना बताए बाहर निकले तभी शहर के बाहरी इलाके खोनमोह में आतंकवादियों ने उन पर हमला किया।
अधिकारियों ने बताया कि भट को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आतंकवादी सरपंच के घर में घुस गए और उन पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच जारी है और अधिकारी उन परिस्थितियों का पता लगा रहे हैं जिसके कारण यह घटना हुई। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और इलाके में तलाश जारी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘घटना में शामिल आतंकवादी मानवता और शांति के दुश्मन हैं, जो निहत्थे नागरिकों को मारकर बहादुरी का दावा करते हैं, लेकिन वास्तव में वे कायर हैं जो कश्मीर में तैयार हो रहे जमीनी लोकतंत्र से निराश महसूस करते हैं।’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने ट्वीट किया, ‘‘हम खोनमोह में सरपंच समीर अहमद भट पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। इस मूर्खतापूर्ण रक्तपात का अंत होना चाहिए। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बहुत दुखद। समीर भट की हत्या निंदनीय है और मैं इसकी कड़ी से कड़ी निंदा करता हूं। वह नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों की एक लंबी सूची में शामिल हो गए, जिनका एकमात्र अपराध अधिक से अधिक अच्छा काम करने की इच्छा थी।’’
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने भी हत्या की निंदा की और कहा कि प्रशासन के ऊंचे-ऊंचे दावों के विपरीत, इस तरह के हमले कश्मीर में बिगड़ते सुरक्षा परिदृश्य को उजागर करते हैं।
अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए महान बलिदान दिया है। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने भी घटना की निंदा की।
भाषा आशीष माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.