नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना (यूबीटी) नेता सुनील राउत द्वारा प्रतिद्वंद्वी शिवसेना उम्मीदवार सुवर्णा करंजे के खिलाफ की गई ‘अपमानजनक’ टिप्पणी अस्वीकार्य है और संविधान में निहित समता और समानता की भावना के विपरीत है।
आयोग ने शिवसेना (यूबीटी) नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत के भाई सुनील राउत के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की।
महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में सुनील राउत और करंजे विक्रोली सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं।
शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार ने कथित तौर पर 27 अक्टूबर को उपनगर विक्रोली के टैगोर नगर इलाके में एक कार्यक्रम में ये टिप्पणियां की थीं और बाद में इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
पुलिस ने बताया कि करंजे की शिकायत के बाद पुलिस ने सोमवार को सुनील राउत के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
एनसीडब्ल्यू ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता सुनील राउत द्वारा महिला उम्मीदवार सुवर्णा करंजे पर की गई अपमानजनक टिप्पणी न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि संविधान में निहित समता और समानता की भावना के भी विपरीत है।’’
आयोग ने कहा, ‘‘इस घटना के बाद पुलिस द्वारा मामला दर्ज करना एक आवश्यक कदम है, क्योंकि इस तरह के बयान चुनावी माहौल को खराब करते हैं एवं महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग इस बयान का स्वत: संज्ञान लेता है और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक से अनुरोध करता है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें और तीन कार्य दिवसों के भीतर आयोग को एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट भेजें।’’
भाषा धीरज माधव
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