शिमला, 26 सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बृहस्पतिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के नेता शोएब जमई पर शिमला में संजौली मस्जिद मुद्दे पर लोगों की भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
जमई ने विवादित संजौली मस्जिद से एक वीडियो बनाकर विवाद खड़ा कर दिया।
जमई ने वीडियो में कहा था कि वह एक जनहित याचिका दायर कर पूछेंगे कि आसपास की चार मंजिल से अधिक ऊंची इमारतों को अवैध क्यों नहीं माना जाता।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से कहा, “जब स्थानीय लोगों को मस्जिद में जाने की अनुमति नहीं है, तो कोई बाहरी व्यक्ति कैसे आकर मस्जिद के अंदर वीडियो बना सकता है।”
उन्होंने यह भी पूछा कि जमई को मस्जिद में किसने जाने दिया और प्रशासन क्या कर रहा था।
ठाकुर ने कहा, “एआईएमआईएम नेता संजौली मस्जिद विवाद के संबंध में लोगों की भावनाओं को भड़का रहे हैं और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सरकार इस मुद्दे की गंभीरता को नहीं समझती है।”
संजौली मस्जिद से फिल्माया गया जमई का ये वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उसे यह कहते हुए सुना गया कि न्याय सभी के लिए समान है और केवल अदालत ही तय करेगी कि मस्जिद वैध थी या अवैध।
मस्जिद के बराबर मंजिलों वाली इमारतों को दिखाते हुए जमई ने कहा कि अगर यह मस्जिद अवैध है, तो कई अन्य निर्माण भी अवैध हैं और ‘‘हम अदालत में एक जनहित याचिका दायर करेंगे और पूछेंगे कि साढ़े चार मंजिलों से अधिक की अन्य इमारतें अवैध क्यों नहीं हैं।’’
हालांकि, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और संजौली मस्जिद समिति के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने बुधवार को इस कृत्य की निंदा की थी।
भाषा जितेंद्र रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.