शिवगिरि (केरल), एक जनवरी (भाषा) कांग्रेस नेता वी.डी. सतीशन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सनातन धर्म पर दिए गए बयान की बुधवार को आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने सनातन धर्म को संघ परिवार तक सीमित करने का प्रयास किया।
सतीशन ने यहां शिवगिरी तीर्थयात्रा के तहत आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सनातन धर्म एक सांस्कृतिक विरासत है। इसमें अद्वैत, तत्त्वमसि, वेद, उपनिषद और उनका सार समाहित है। यह दावा करना कि यह सब संघ परिवार का है तो यह केवल भ्रामक है।’’
मुख्यमंत्री विजयन ने शिवगिरी तीर्थ सम्मेलन को मंगलवार को संबोधित करते हुए संत और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु को सनातन धर्म के समर्थक के रूप में चित्रित करने के ‘‘संगठित प्रयासों’’ के खिलाफ आगाह किया था। गुरु ने ‘‘लोगों के लिए एक जाति, एक धर्म और एक ईश्वर’’ की वकालत की थी।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कुछ और नहीं बल्कि वर्णाश्रम धर्म (जाति-आधारित सामाजिक व्यवस्था) है, जिसे गुरु ने चुनौती दी थी।
विजयन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सतीशन ने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे यह कहना कि जो व्यक्ति मंदिर जाता है, चंदन लगाता है या भगवा पहनता है वह राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का हिस्सा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘सनातन धर्म और इसकी विरासत को संघ परिवार को सौंपना गलत है। मुख्यमंत्री ने जो कहा वह गलत है।’’
उन्होंने कहा कि सभी धर्मों की तरह हिंदू धर्म में भी पुरोहिताई, राजतंत्र और शासन प्रणालियों का दुरुपयोग किया गया है।
सतीशन ने कहा, ‘‘हम वर्ण-आश्रम या चातुर्वर्ण्य व्यवस्था का समर्थन नहीं करते हैं। यहां तक कि श्री नारायण गुरु ने भी सनातन धर्म का सार विस्तार से समझाया है। सनातन धर्म को पूरी तरह से खारिज करना या यह दावा करना सही नहीं है कि यह विशेष रूप से संघ परिवार का है।’’
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प्रीति सुरेश
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