नयी दिल्ली, 30 अगस्त (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को एक कानूनी नोटिस भेजकर कंगना रनौत की आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की और दावा किया कि इससे ‘सांप्रदायिक तनाव भड़क’ सकता है और ‘भ्रामक सूचना’’ फैल सकती है।
पार्टी ने आरोप लगाया गया है कि फिल्म के ट्रेलर में “गलत ऐतिहासिक तथ्य दिखाए गए हैं जिनमें न केवल सिख समुदाय को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है बल्कि नफरत व सामाजिक मतभेद को भी बढ़ावा दिया गया है।”
पार्टी की ओर से 27 अगस्त को भेजे गए नोटिस में दावा किया गया है, “इस तरह के चित्रण न केवल भ्रामक हैं, बल्कि पंजाब और पूरे देश के सामाजिक ताने-बाने के लिए बेहद अपमानजनक व नुकसानदेह हैं। यह स्पष्ट है कि रनौत ने आपातकाल का विषय कांग्रेस को किसी वास्तविक राजनीतिक या ऐतिहासिक घटना को लेकर घेरने के लिए नहीं , बल्कि सिख समुदाय को निशाना बनाने के लिए चुना है।”
पार्टी ने दावा किया कि फिल्म में सिख समुदाय को ‘‘अन्यायपूर्ण और नकारात्मक रूप में’’ दिखाया गया है।
नोटिस में ‘फिल्म को दिया गया प्रमाण पत्र तुरंत रद्द करने और इसकी रिलीज को रोकने’ की मांग की गई है।
वकील मंजीत सिंह चुघ ने कहा, “इसके अलावा, इस फिल्म से सांप्रदायिक तनाव भड़कने और गलत सूचना फैलाने की आशंका को देखते हुए, मैं अपने मुवक्किल की ओर से सीबीएफसी से अनुरोध करता हूं कि वह अपने अधिकार का उपयोग करते हुए इसकी रिलीज पर रोक लगाए। ”
भाषा जोहेब धीरज
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