मलप्पुरमः सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिला कनक दुर्गा को जिसे उनके ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया था, स्थानीय कोर्ट के आदेश के बाद उनकी घर वापसी हो गई है. सबरीमाला से लौटने के बाद कनक दुर्गा को उनकी सास ने पिटाई की थी और घर से निकाल दिया था. वह अपने दो बच्चों के साथ किराये के मकान में रह रही थीं. इसके बाद वह मामले को स्थानीय कोर्ट लेकर चली गई थीं, जिसने उन्हें घर वापसी का आदेश दिया है.
वहीं सबरीमाला मंदिर में 10-50 साल की उम्र की महिलाओं के प्रवेश को लेकर दायर की गईं समीक्षा याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
Supreme Court reserves the judgement on a batch of review petitions over the entry of women of all age groups in Sabarimala temple. pic.twitter.com/jluRxPm8fH
— ANI (@ANI) February 6, 2019
ये था मामला
गौरतलब है कि केरल की दो महिलाओं द्वारा सबरीमाला मंदिर में प्रार्थना व दर्शन करने के दावे के बाद मंदिर का ‘शुद्धीकरण’ कर बंद कर दिया गया था. ये महिलाएं उसी आयु वर्ग थीं जिस पर अब तक प्रतिबंध था. हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर लगी रोक को हटा दी थी, बावजूद इसके कुछ संगठनों द्वारा अब भी न्यायालय के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है. ये दो महिलाएं बिंदू और कनक दुर्गा थीं जिन्होंने तड़के 3.30 बजे मंदिर में दर्शन किए थे. अब कनक दुर्गा की घर में प्रवेश से रोका जा रहा है, जिस पर कोर्ट ने फैसला दिया है.