पथनमथिट्टा (केरल), 11 अक्टूबर (भाषा) केरल उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश के टी शंकरन सोने सहित सभी कीमती वस्तुओं की सूची तैयार करने के लिए शनिवार को सबरीमला मंदिर पहुंचे।
न्यायमूर्ति शंकरन मंदिर के श्रीकोविल (गर्भगृह) से सोने की कथित हेराफेरी की जांच के उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद मंदिर पहुंचे।
न्यायमूर्ति शंकरन 10 अक्टूबर को सबरीमला की तलहटी स्थित पम्पा पहुंचे थे और शनिवार सुबह करीब आठ बजे मंदिर पहुंचे।
सूत्रों ने बताया कि उनके साथ त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के अधिकारी भी थे, जिनमें एक सुनार भी शामिल था।
यह दल सबरीमला स्थित कोष कक्ष (स्ट्रांगरूम) की जांच करेगा और विस्तृत सूची तैयार करेगा।
अधिकारियों के अनुसार, वहां की प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद न्यायमूर्ति शंकरन अरनमुला स्थित टीडीबी के मुख्य कोष कक्षा की भी जांच करेंगे।
न्यायमूर्ति राजा विजयराघवन वी और न्यायमूर्ति के वी जयकुमार की पीठ ने ऐसे मामलों में न्यायमूर्ति शंकरन की विशेषज्ञता का हवाला देते हुए उन्हें इस कार्य के लिए अनुशंसित किया था। कार्य पूरा होने पर वह सीधे उच्च न्यायालय को रिपोर्ट सौंपेंगे।
न्यायालय ने द्वारपालक (संरक्षक देवता) की मूर्तियों की स्वर्ण की परत वाली तांबे की प्लेटों के वजन में कमी को देखते हुए जांच का आदेश दिया था।
उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को राज्य पुलिस को निर्देश दिया कि वह मंदिर के दरवाजों की चौखटों से सोने के कथित गबन के मामले में एक आपराधिक मामला दर्ज करे और जांच शुरू करे।
भाषा सुमित सिम्मी
सिम्मी
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