तिरुवनंतपुरमः कैबिनेट की अप्वॉइंटमेंट कमेटी ने बुधवार को एस सोमनाथ को स्पेस डिपार्टमेंट का सेक्रेटरी और इसरो का चेयरमैन नियुक्त किए जाने की स्वीकृति दे दी. वे पद ग्रहण करने की तारीख से तीन साल तक इस पद पर रहेंगे.
सोमनाथ इस वक्त विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (वीएसएससी) के निदेशक हैं. वह के सिवन का स्थान लेंगे जो कि 14 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. बयान के मुताबिक, ‘अप्वॉइंटमेंट कमेटी ने वीएसएससी के निदेशक एस सोमनाथ के लिए अंतरिक्ष विभाग और इसरो के प्रमुख के पद नियुक्ति के लिए स्वीकृति दे दी है.’
एस सोमनाथ ने कहा, ‘मैं इसरो प्रमुख बनने पर काफी खुश हूं. यह मेरे लिए काफी सम्मान की बात है. जब उनसे पूछा गया कि वे किन क्षेत्रों में फोकस करेंगे तो उन्होंने कहा कि कई क्षेत्र हैं जिन पर हमें ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘टेक्नॉलजी की दिशा में काम करते हुए हमें नए एप्रोच की जरूरत है ताकि जो है उसका बेहतर ढंग से सदुपयोग किया जा सके. इसके अलावा अन्य भी तमाम नई तकनीकें हैं जिन पर हमें ध्यान देने की जरूरत है. हमें नया नज़रिया विकसित करने की जरूरत है.’
सोमनाथ ने कहा, ‘हमें इंडस्ट्रीज़ के साथ काम करना होगा ताकि हम यह जान सकें कि कैसे स्पेस का इकोसिस्टम इंडस्ट्री के रूप में विकसित हो सकता है.’
आगे उन्होंने कहा, ‘इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि लागत को कम किया जाए क्योंकि स्पेस काफी महंगा बिजनेस है. अब समय आ गया है कि स्पेस में बिज़नेस और लाभ की बात की जाए.’
सोमनाथ ने कहा, ‘हमने अभी तक देश में लाभ और बिजनेस की बात कभी नहीं की लेकिन यही समय है जब हमें स्पेस में बिजनेस की बात करनी चाहिए और एक तरीका निकालना चाहिए ताकि स्पेस टेक्नॉलजी में बिजनेस इंटरप्राइज को विकसित किया जा सके ताकि अन्य लोग भी आगे आकर इसमें निवेश कर सकें और यह अपने दम पर खड़ा रह सके.’
यह भी पढ़ेंः इसरो ने बनाए 3 प्रकार के वेंटिलेटर, बिजली गुल होने पर बैटरी और आपात स्थिति में गैस से भी चल सकेंगे