हजारीबाग, 20 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शनिवार को हजारीबाग स्थित बरही में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान छह फरवरी को हुए सांप्रदायिक संघर्ष में मारे गए 17 वर्षीय रुपेश पांडेय के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि रुपेश के परिजन अभी भी सदमे में हैं और वे अपने बच्चे के लिए सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एनसीपीसीआर अध्यक्ष ने बरही स्थित रुपेश के घर और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया और लगभग पांच घंटे तक पीड़ित परिवार, स्थानीय लोगों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर छह फरवरी और उसके बाद प्रतिक्रिया में हुई घटनाओं का विवरण जाना।
अधिकारियों के मुताबिक, कानूनगो ने पुलिस प्रशासन से इस मामले से जुड़े सभी बच्चों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
कानूनगो ने कहा कि वह सिर्फ यह देखने आए हैं कि झारखंड में खासतौर पर रुपेश की मौत से जुड़े मामले में बच्चों के अधिकारों का हनन तो नहीं हो रहा है।
उन्होंने रुपेश हत्याकांड की प्रतिक्रिया में उसके परिजनों द्वारा दूकानों की कथित आगजनी में शामिल एक छोटे बच्चे के अधिकारों की रक्षा करने के निर्देश दिए। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह भेज दिया है।
कानूनगो ने कहा कि वह दिल्ली पहुंचने के बाद केंद्र और राज्य सरकार को पूरी घटना पर रिपोर्ट भेजेंगे।
भाषा
सं., इन्दु पारुल
पारुल
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