मुंबई, 14 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विधायक रोहित पवार ने पूर्व नौकरशाह प्रवीण परदेशी को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) नियुक्त करने के फैसले की आलोचना की है।
रोहित पवार ने सोमवार को इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले वित्त विभाग पर एक प्रकार का अतिक्रमण है।
हाल ही में राज्य मंत्री के दर्जे के साथ नवसृजित पद पर नियुक्त किए गए परदेशी को महाराष्ट्र के लिए ‘विजन 2047’ की रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
परदेशी राज्य के वित्त पर त्रैमासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, इलेक्ट्रिक वाहनों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और हरित ऊर्जा के लिए योजना तैयार करेंगे तथा रणनीतिक विकास पहलों पर नीति आयोग के साथ समन्वय करेंगे।
रोहित पवार ने परदेशी को फडणवीस का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्री के दर्जे वाला ‘मुख्यमंत्री का मुख्य आर्थिक सलाहकार’ पद सृजित करके अजित पवार के वित्त विभाग में घुसपैठ की है। अब से वित्त विभाग के सभी नीतिगत फैसले और प्रशासनिक निर्णय भी सीईए के माध्यम से मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आएंगे।’’
रोहित पवार ने आरोप लगाया कि परदेशी ने पहले एकनाथ शिंदे के कार्यकाल के दौरान लिये गए निर्णयों की समीक्षा की थी और अब उन्होंने अपना ध्यान अजित पवार के विभागों पर केंद्रित कर दिया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सभी मंत्रालयों पर नियंत्रण रखने की कोशिश करके सत्तावादी प्रवृत्ति प्रदर्शित करने का भी आरोप लगाया और कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार की नियुक्ति सत्ता के केंद्रीकरण की दिशा में एक और कदम है।
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