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Friday, 26 April, 2024
होमएजुकेशनस्कूलों में लौटने लगी रौनक, पंजाब में 2 शिफ्ट में होगी पढ़ाई, छत्तीसगढ़ में इन शर्तों के साथ जाएंगे छात्र

स्कूलों में लौटने लगी रौनक, पंजाब में 2 शिफ्ट में होगी पढ़ाई, छत्तीसगढ़ में इन शर्तों के साथ जाएंगे छात्र

स्कूल आने वाले बच्चों को अपने अभिभावकों से लिखित स्वीकृति लानी होगी. यही नहीं छात्रों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. साथ ही स्कूल के सेनिटाइजेशन की भी पूरी व्यवस्था की गई है.

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चंडीगढ़/ छत्तीसगढ़/उत्तराखंड : कोरोनावायरस संक्रमण में आ रही कमी को देखते हुए कुछ राज्यों ने सोमवार से स्कूल खोल दिए हैं. उत्तराखंड और छत्तीसढ़ में जहां नौवीं, दसवीं और 12वीं कक्षा के स्कूल कुछ शर्तों के साथ वहीं पंजाब में प्राथमिक स्तर से लेकर सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं.

जो भी बच्चे स्कूल आएंगे उन्हें अपने अभिभावकों से लिखित स्वीकृति लानी होगी. यही नहीं बच्चों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. साथ ही स्कूल के सेनिटाइजेशन की भी पूरी व्यवस्था की गई है.

लुधियाना में सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल पीएयू के प्रिंसिपल संजय थापर ने कहा,’ हमारा स्कूल दो शिफ्ट में चलाया जाएगा.’

उन्होंने आगे बताया कि पहली से 10 वीं कक्षा तक के 40 फीसदी छात्र स्कूल आ चुके हैं. जबकि कक्षा 12 के छात्रों के लिए 12 बजे दोपहर से स्कूल शुरू होगा.

थापर ने बताया कि बच्चे और उनके माता पिता स्कूल खोले जाने को लेकर काफी रोमांचित दिखाई दे रहे हैं.

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राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने रविवार घोषणा की थी कि पंजाब में प्राथमिक स्तर से लेकर सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए सोमवार दो अगस्त से स्कूल दोबारा खुलेंगे

पंजाब में राज्य सरकार 26 जुलाई से 10वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जाने की अनुमति पहले ही दे चुकी है.

कोविड महामारी को देखते हुए देशभर के स्कूल पिछले एक साल से बंद हैं. अमृतसर के सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल मनदीप कौर ने कहा कि छात्रों को अपना सैनिटाइजर लाने के लिए भी कहा गया है. मास्क अनिवार्य है.

मनदीप कौर ने कहा कि स्कूल की सभी शिक्षकों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकीं हैं.

‘स्कूल में सिर्फ 50 फीसदी छात्रों को ही आना है. ऑनलाइन क्लासेज भी चलती रहेंगी. जो पैरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं उनके लिए स्कलू आना अनिवार्य नहीं होगा.’

सिंगला ने एक बयान में कहा, ‘कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की मंजूरी के बाद, शिक्षा विभाग दो अगस्त से सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए तैयार है.’

राज्य सरकार ने कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों में और रियायत देते हुए दो अगस्त सोमवार से सभी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को खोलने की घोषणा की है.

सिंगला ने कहा कि बच्चों को स्कूल भेजने से पहले उनके अभिभावकों को लिखित स्वीकृति देनी होगी.


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छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड  में भी स्कूल खुले, विरोध कर रहे अभिभावक

उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में भी आज से नौंवी, दसवीं और 12 वीं कक्षा के लिये सरकारी एवं निजी स्कूल सोमवार से 50 फीसदी उपस्थिति के साथ दोबारा खोल दिए गए हैं.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विवेकानंद स्कूल के प्रिंसिपल एके सिंह ने कहा, ‘देहरादून में 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों में कामकाज फिर से शुरू, हमने पूरे स्कूल को सेनेटाइज कर दिया है. हम माता-पिता को भी सबूत के तौर पर वीडियो भेजेंगे ताकि उन्हें यकीन दिलाया जा सके कि बच्चे स्कूल में सुरक्षित हैं.’

हालांकि छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूल खोले जाने को लेकर यह शर्त रखी है कि संबंधित जिलों में कोविड संक्रमण दर पिछले सात दिन से एक प्रतिशत हो उन्हीं जिलों के स्कूल पहले चरण में खोले जा सकेंगे.

स्कूल खोले जाने को लेकर अभिभावकों के राज्य स्तरीय निकाय ने इस कदम का विरोध किया है और कहा है कि सरकार को स्कूलों को दोबारा खोलने की अनुमति देने से पहले महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुये कुछ और समय इंतजार करना चाहिये था.

इस साल कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर मार्च में शुरू होने के बाद स्कूल एवं कॉलेज बंद कर दिये गये थे .

रायपुर के होली क्रास स्कूल में पढ़ रही 12वीं की छात्रा स्कूल पहुंचकर बहुत रोमांचित महसूस कर रही हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘ हमलोग अपने दोस्तों और शिक्षकों से मिलकर काफी खुश हैं. लंबे समय बाद स्कूल आ रहे हैं हमें काफी अच्छा लग रहा है.’

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हाल ही में हुयी कैबिनेट की बैठक के दौरान स्कूलों को खोले जाने के बारे में निर्णय किया गया .

स्कूली शिक्षा विभाग ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि दो अगस्त से प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में दसवीं और 12 वीं कक्षा की ऑफलाइन कक्षायें शुरू होंगी .

सरकार ने कुछ शर्तों के साथ कक्षा एक से पांच और कक्षा 8 के लिये स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी है, लेकिन, छठी, सातवीं, नौवीं एवं 11 वीं कक्षा की प्रत्यक्ष कक्षायें तुरंत नहीं शुरू होंगी.

इसने कहा था कि छात्र एक दिन के अंतराल पर कक्षा में शामिल हो सकेंगे, लेकिन ऐसे छात्र जिन्हें कफ, सर्दी और बुखार की शिकायत होगी, उन्हें कक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी .


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