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Thursday, 25 April, 2024
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सीबीएसई 12वीं के नतीजों में लगभग 100% छात्र पास, 95% से ज्यादा अंक पाने वालों की संख्या बढ़ी

इस वर्ष रिजल्ट के रुझानों से पता चलता है कि लड़कों की तुलना में लड़कियों का प्रदर्शन 0.54% बेहतर रहा है, इस बार भी 2020 की जितनी संख्या में ही छात्रों ने 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए.

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नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तरफ से शुक्रवार को नतीजे घोषित किए जाने के साथ ही 12वीं कक्षा के छात्रों का एक लंबा इंतजार खत्म हुआ, 99.37 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं, जो पिछले साल के 88.78 प्रतिशत और 2019 के 83.40 प्रतिशत के मुकाबले बहुत ज्यादा है.

दूसरी कोविड-19 लहर के कारण रद्द होने की वजह से फिजिकल तौर पर परीक्षा के अभाव में इस वर्ष के नतीजे एक विशेष 30:30:40 फॉर्मूले के आधार पर घोषित किए गए हैं—30 फीसदी अंक कक्षा 10 के नतीजों के आधार पर, 30 प्रतिशत अंक कक्षा 11 के रिजल्ट के आधार पर और बाकी 40 प्रतिशत 12वीं कक्षा के आधार पर, जिसमें स्कूलों की तरफ से आयोजित आंतरिक मूल्यांकन, यूनिट टेस्ट और टर्म एक्जाम शामिल हैं.

यही कारण है कि बोर्ड ने मेरिट सूची या टॉपर्स के नामों की सूची नहीं बनाने का भी फैसला किया है.

निजी और पत्राचार पाठ्यक्रम के तहत पंजीकृत 60,443 छात्रों के परिणाम 15 और 16 अगस्त को होने वाली परीक्षा के बाद घोषित किए जाएंगे.


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2021 के रिजल्ट का ट्रेंड

बोर्ड के मुताबिक इस साल 13,04,561 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए और 12,96,318 पास हुए. कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 99.37 है, जिसमें लड़कियों ने लड़कों की तुलना में 0.54 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है.

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इस साल 95 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा है. 2020 में 38,686 छात्रों और 2019 में लगभग 17,693 छात्रों की तुलना में इस बार 70,000 से अधिक छात्रों ने 95 प्रतिशत और उससे अधिक अंक पाए हैं.

इस वर्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कुल अभ्यर्थियों में से 1.5 लाख से अधिक छात्रों ने 2020 की ही तरह 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं. हालांकि, 2019 में यह संख्या इससे काफी कम—लगभग 94,000 छात्र—थी.

जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालयों ने क्रमशः 99.94 और 100 प्रतिशत परिणामों के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.

संयुक्त मार्कशीट और सर्टिफिकेट

बोर्ड ने कहा कि इस साल परीक्षा की परिस्थितियों को देखते हुए कोई मेरिट लिस्ट नहीं बनाई जाएगी.

बोर्ड ने कहा, ‘खास परिस्थितियों को देखते हुए बोर्ड न तो छात्रों की सब्जेट के आधार पर मेरिट सूची घोषित करेगा और न ही छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट जारी करेगा.’

इसके अलावा, बोर्ड ने यह भी कहा कि वह अलग-अलग डॉक्यूमेंट जारी करने की अपनी सामान्य व्यवस्था के बजाये इस साल एक संयुक्त मार्कशीट और सर्टिफिकेट जारी करेगा.


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