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सोमवार, 9 जून, 2025
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जम्मू कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया की बहाली स्थिति सामान्य के लिए अहम होगी: कर्ण सिंह

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(तस्वीर के साथ)

(अनिल भट)

जम्मू, आठ जुलाई (भाषा) कांग्रेस के अनुभवी नेता कर्ण सिंह ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में शीघ्र विधानसभा चुनाव कराने तथा इसका राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इस केंद्रशासित प्रदेश में राजनीतिक प्रक्रिया शीघ्र बहाल की जानी चाहिए।

सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में माना कि जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति ‘बेहतर’ है क्योंकि हड़ताल और ‘हुर्रियत के फतवे’ बंद हो गये हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि इस बात दावा नहीं किया जा सकता कि स्थिति शत प्रतिशत नियंत्रण में है।

सिंह ने कहा, ‘‘राजनीतिक प्रक्रिया बहाल की ही जाए। राज्य का दर्जा बहाल किया जाए, तभी (जब राज्य का दर्जा और राजनीतिक प्रक्रिया बहाल होगी) हम कह सकते हैं कि यहां (जम्मू कश्मीर में) पूर्ण रूप से सामान्य स्थिति लौटने लगी है।’’

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव हो चुके हैं और अब यथाशीघ्र विधानसभा चुनाव कराया जाना भी जरूरी है।

सिंह ने कहा, ‘‘ अब विधानसभा चुनाव ही है, जिसे कराया जाना है। यह यथाशीघ्र कराया जाना जाना चाहिए। अब यह सरकार को तय करना है कि यह (विधानसभा चुनाव) कब होगा। यह उसका विशेषाधिकार है।’’

अगस्त, 2019 में सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बना दिया था तथा उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में बांट दिया था।

जम्मू कश्मीर में शांति एवं सद्भाव के बाारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि हड़ताल के आह्वान एवं ‘हुर्रियत फतवे’ अब बंद हो गये है, फलस्वरूप स्थिति बेहतर हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘ (हड़ताल के) आह्वान तथा हुर्रियत के फतवे अब बंद हो गये हैं। कानून व्यवस्था बेहतर है लेकिन हम यह नहीं कर सकते हैं कि हर चीज शतप्रतिशत नियंत्रण में है। किसी भी वक्त कुछ भी हो सकता है। परंतु स्थिति सुधरी है।’’

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि क्षेत्र में विकास परियोजनाएं खासकर डल झील एवं स्मार्ट सिटी से जुड़े कार्यक्रम, जमीन पर उतारी जा रही हैं। राजनीतिक मोर्चे के बारे में उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकार एवं विपक्ष दोनों मजबूत होने चाहिए। उन्होंने मजबूत विपक्ष के उभार को सकारात्मक घटनाक्रम के रूप में देखा।

जब उनसे पूछा गया कि क्या पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक विपक्ष के मजबूत होने का संकेत है तो उन्होंने कहा कि यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ देखिए। अभी कुछ कहना जल्दीबाजी होगी। देखते हैं कि आने वाले दिनों में क्या होता है।’’

जम्मू कश्मीर में बेघरों को जमीन के आवंटन को उन्होंने सही ठहराया।

भाषा

राजकुमार धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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