जम्मू, 24 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की मंगलवार को पुरजोर वकालत की। उन्होंने कहा कि ऐसा किया जाना लोगों पर एहसान नहीं, बल्कि उनका अधिकार है, जिसे अगस्त 2019 में छीन लिया गया था।
उन्होंने भरोसा जताया कि दक्षिण कश्मीर में हिमालय पर 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा शांतिपूर्ण ढंग से होगी, क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोग देश भर से मेहमानों के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री बुखारी ने कहा, ‘‘हम पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में लोगों की दिल्ली विरोधी भावना के कारण कोई भी सीट नहीं जीत सके, लेकिन समय ने हमारे रुख को सही साबित कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर केंद्र के साथ हाथ मिलाकर ही आगे बढ़ सकता है।’’
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान से घिरा हुआ है और इसे हमेशा केंद्र सरकार के समर्थन की जरूरत है।
हालांकि, केंद्र ने समय-समय पर क्षेत्र को पांच अगस्त, 2019 जैसे ‘घाव’ दिए हैं, जब तत्कालीन राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करके इसका विशेष दर्जा रद्द कर दिया गया था।
बुखारी ने यहां दर्जनों जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का अपनी पार्टी में स्वागत करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगस्त 2019 का घटनाक्रम हमारे लिए किसी आपदा से कम नहीं था और उन्हें वह लौटाना होगा, जो हमसे छीन लिया गया है। राज्य का दर्जा बहाल करना कोई एहसान नहीं, बल्कि हमारा अधिकार है, जो हमें दिया जाना चाहिए।’’
भाषा संतोष दिलीप
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