जयपुर, 19 फरवरी (भाषा) राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति की ओर से शनिवार को दो सत्रों में आयोजित कांग्रेस के खुले अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित किए गए।
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिवेशन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अधिवेशन में केंद्र सरकार की विफलताओं को गांव, ढाणी और वार्ड तक पहुंचाने तथा तीन साल में कार्यकर्ताओं से मिले सुझावों व फीडबैक से जुड़े प्रस्ताव मुख्यमंत्री को सौंपे गए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता, जिनके बलबूते हम सत्ता में आए हैं, वे किस तरह का बजट चाहते हैं, प्रस्ताव में इस बारे में भी बताया गया है।
डोटासरा के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुले दिल से कहा कि प्रदेश कांग्रेस समिति ने पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जो सुझाव दिए हैं, उसी के आधार पर बजट पेश किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दो महीने बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ऐसा ही एक और अधिवेशन आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आगामी अधिवेशन में संकल्प लिया जाएगा कि राज्य सरकार ब्लॉक अध्यक्ष और जिला पदाधिकारियों की भावनाओं के अनुसार काम करेगी, सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय के जरिये 2023 में राजस्थान में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनना सुनिश्चित किया जाएगा और हर मोर्चे पर नाकाम रही मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का प्रयास तेज किया जाएगा।
शनिवार को आयोजित कांग्रेस के खुले अधिवेशन में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। अधिवेशन में पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र, रधुवीर मीणा और मोहन प्रकाश भी शामिल हुए।
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