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शनिवार, 7 जून, 2025
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यूएई को सिखों की धार्मिक मान्यताओं के प्रति संवेदनशील बनाने का विदेश मंत्री से अनुरोध

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चंडीगढ़, सात जून (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की वरिष्ठ नेता हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से यूएई सरकार के साथ बातचीत शुरू करने का आग्रह किया ताकि उसे सिखों की आस्था से जुड़ी पांच मान्यताओं विशेष रूप से ‘कृपाण’ के धार्मिक महत्व के बारे में संवेदनशील बनाया जा सके।

बठिंडा सीट से सांसद ने मंत्री को लिखे एक पत्र में कहा कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय दूतावास द्वारा हाल ही में दिए गए एक ‘सलाह’ के मद्देनजर यह अपील कर रही हैं, जिसमें भारतीयों को यूएई दंड कानून के अनुच्छेद 405 के मद्देनजर देश का दौरा करते समय धारदार वस्तुएं नहीं ले जाने का निर्देश दिया गया है, जो ऐसा करने पर प्रतिबंध लगाता है।

हरसिमरत ने कहा कि इस कदम से सिख यात्रियों और निवासियों को गहरी परेशानी और मानसिक पीड़ा हुई है। उन्होंने कहा कि सिखों को हिरासत में लेने और उनकी ‘कृपाण’ उतारने के लिए मजबूर करने के मामले सामने आए हैं।

उन्होंने हाल ही में अबू धाबी में एक बुजुर्ग व्यक्ति को ‘कृपाण’ और पगड़ी पहनने के कारण हिरासत में लिए जाने के मामले का भी हवाला दिया।

बादल ने अपने पत्र में कहा कि ऐसी घटनाओं से सिख समुदाय में तनाव पैदा हुआ है, क्योंकि ये घटनाएं ना केवल सिखों के धर्म पालन करने के अधिकारों के विरुद्ध हैं बल्कि संयुक्त अरब अमीरात में अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा के बारे में गंभीर चिंताएं भी पैदा करती हैं।

उन्होंने कहा कि कृपाण एक पवित्र प्रतीक है और सिख पहचान का अभिन्न अंग है, जो गुरु गोविंद सिंह के समय से सिख धर्म के सिद्धांतों के तहत अनिवार्य है।

भाषा संतोष रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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