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Friday, 22 November, 2024
होमदेशTRP की खरीद फरोख्त मामले में लिप्त है रिपब्लिक टीवी, पैसे देकर खरीदता है दर्शक, दो गिरफ्तार- मुंबई पुलिस

TRP की खरीद फरोख्त मामले में लिप्त है रिपब्लिक टीवी, पैसे देकर खरीदता है दर्शक, दो गिरफ्तार- मुंबई पुलिस

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रिपब्लिक टीवी पर टीआरपी की खरीद फरोख्त करने का बड़ा खुलासा किया है. इसके साथ ही मुबंई पुलिस ने दो छोटे मराठी चैनल फक्त टीवी और बॉक्स सिनेमा पर भी घपला करने का आरोप लगाया है.

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नई दिल्ली:  मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रिपब्लिक टीवी पर टीआरपी की खरीद फरोख्त करने का बड़ा खुलासा किया है. इसके साथ ही मुबंई पुलिस ने दो छोटे मराठी चैनलों पर भी टीआरपी के साथ घपला करने का आरोप लगाया है. मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा, ‘मुंबई में फर्जी टीआरपी का रैकेट चल रहा है. इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसमें फक्त मराठी, बॉक्स सिनेमा के लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.’

सिंह ने यह भी बताया कि इस मामले में रिपब्लिक टीवी के अधिकारियों और प्रमोटर्स को सम्मन भेजा जाएगा.इस मामले में चैनल के बैंक खाते भी सील किए जा सकते हैं.

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिपब्लिक टीवी में काम करने वाले लोग, प्रमोटर और डायरेक्टर के इसमें शामिल होने के चांस हैं. फिलहाल जांच चल रही है. चूकी टीवी में टीआरपी से ही विज्ञापन मिलता है, तो ऐसे मामले में जिन लोगों ने टीवी चैनलों को विज्ञापन दिया है उनसे भी पूछताछ की जाएगी. उनसे ये भी जानने की कोशिश की जाएगी कि क्या उनपर कोई दबाव तो नहीं था?

पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि इस पूरे घपले की सूचना मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भी दे दी गई है.

परमवीर सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि हमें ऐसी सूचना मिली की मुंबई पुलिस के खिलाफ फेक प्रोपेगैंडा चलाया जा रहा है.

अरनब बोले- माफी मांगे या कोर्ट में मिलने को तैयार रहें

मुंबई पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप पर रिपब्लिक टीवी के एंकर अरनब गोस्वामी ने बयान जारी कर कहा है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर ने परम बीर सिंह ने रिपब्लिक टीवी के खिलाफ गल आरोप लगाए हैं क्योंकि हमने उनसे सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच को लेकर सवाल किए थे. बयान में यह भी कहा है, ‘रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस कमिश्वर के खिलाफ मानहानि का केस दायर करेगा.

अरनब ने अपने बयान में कहा कि BARC की एक रिपोर्ट में भी रिपब्लिक टीवी का नाम नहीं है. भारत के लोग सच्चाई जानते हैं.’

परमवीर सिंह की सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच रही हो या फिर पालघर मामले जांच वह हमेशा से ही संशय में रही है. और यह वही छटपटाहट है.
रिपब्लिक टीवी की ओर से जारी बयान में अरनब ने कहा है, ‘जिस तरह से हमपर यह आरोप लगाए जा रहे हैं वह हमें और मजबूत बना रहा है और सच्चाई के और करीब लेकर जा रहा है.’

अरनब ने कहा है, ‘परम बीर सिंह से माफी मांगे या फिर कोर्ट में मिलने के लिए तैयार रहें.’

BARC का TRP रेटिंग के लिए हंसा से था करार 

फॉल्स टीआरपी को लेकर कमिश्नर सिंह ने कहा, ‘ 30 से 40 हजार करोड़ रुपये का विज्ञापन टीवी इंडस्ट्री में आता है, और टीआरपी के आधार पर ही विज्ञापन के रेट तय किए जाते हैं. इसकी मॉनिटरिंग BARC नामक संस्था करती है. BARC ने इन बैरोमीटर की निगरानी के लिए हंसा नामक एक कंपनी से करार किया है. लेकिन क्राइम ब्रांच की जांच में यह पता चला की हंसा के कुछ पूर्व कर्मचारी कुछ चैनलों के साथ इस डेटा शेयर कर रहे थे और इसके साथ छेड़-छाड़ भी कर रहे थे. इन्हीं कर्मचारियों ने चैनल वालों को बॉक्स किसके घर पर लगा है इसकी जानकारी भी दी. जहां पर चैनल वाले उन घर वालों को कुछ चैनल लगा कर रखने के लिए कहते थे.

अपनी इस बातचीत में कमिश्ननर सिंह ने यह भी कहा कि जांच में ऐसे लोग भी सामने आए हैं जो अनपढ़ हैं और उनके यहां इंगिलश चैनल चलाने के लिए कहा गया था. वे कुछ घरों में कुछ चैनलों को रखने के लिए कहते थे भले ही वे घर पर न हों.
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने बार बार कहा कि रिपब्लिक टीवी पैसे देकर टीआरपी खरीदता था. इस मामले चैनल वाले अपना चैनल चलवाने के लिए 400-500 रुपये प्रतिमाह घरवालों को देते थे.

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