नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय नौसेना की झांकी में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया गया, जिसने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया था. इसकी मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व एक महिला अधिकारी ने किया.
गौरतलब है कि 18 फरवरी, 1946 को रॉयल इंडियन नेवी के ‘तलवार’ जहाज पर सवार नौसैनिकों द्वारा विद्रोह शुरू किया गया था और बाद में 78 जहाज इसका हिस्सा बन गए.
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान झांकी में नौसेना की ‘कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल एंड कोहेसिव’ (युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और एकजुटता) नीति को प्रदर्शित किया गया.
नौसैनिक दल में 96 पुरुष, तीन प्लाटून कमांडर और एक टुकड़ी कमांडर शामिल थे.
इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने किया, जो भारतीय नौसेना वायु स्क्वाड्रन (आईएनएएस) 314 में तैनात एक पर्यवेक्षक अधिकारी हैं.
आंचल शर्मा 2016 में नौसेना में शामिल हुईं थी. 22 जनवरी को उन्होंने कहा था कि उनकी टुकड़ी का उत्साह एवं ऊर्जा अद्वितीय है और गणतंत्र दिवस परेड में इसका नेतृत्व करना वास्तव में एक सम्मान की बात है.
देश, स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मना रहा है और इसके मद्देनजर झांकी में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नौसेना के योगदान का विशेष उल्लेख था.
झांकी के आगे के हिस्से में नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया गया है, जबकि झांकी के पिछले हिस्से में भारतीय नौसेना की ‘मेक इन इंडिया’ पहलों को दर्शाया गया है। इसमें 1983 से 2021 की अवधि के दौरान के समय को विशेष रूप से दिखाया गया.
हवा में हल्के लड़ाकू विमान के साथ स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत का मॉडल झांकी का आकर्षण केंद्र रहा.
झांकी में बांयी तरफ स्वदेशी मिसाइल कार्वेट कोरा, विध्वंसक पोत विशाखापत्तनम, फ्रिगेट शिवालिक और दांयी तरफ पी-75 पनडुब्बी कलवरी, फ्रिगेट गोदावरी और विध्वंसक पोत दिल्ली के मॉडल भी दिखाए गए। निचले हिस्से पर लगे फ्रेम में नौसेना के विभिन्न मंचों द्वारा किए स्वदेशी निर्माण को दर्शाया गया.
परेड में, भारतीय नौसेना के 72-पुरुष बैंड का नेतृत्व मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर संगीतकार एवं उप लेफ्टिनेंट विन्सेंट जॉनसन ने किया.
इस दौरान नौसेना के ब्रास बैंड ने भारतीय नौसेना का गीत ‘जय भारती’ बजाया. जॉनसन ने ड्रम मेजर के रूप में नौसैनिक बैंड का नेतृत्व किया। यह 18वीं बार था, जब वह गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बने.
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