नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) देश के विभिन्न भागों में बुधवार को 73वां गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया हालांकि कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण देशभर में ज्यादातर आयोजन बेहद सीमित और छोटे रहे।
विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल, उपराज्यपाल और मुख्यमंत्रियों ने लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उनसे संविधान की सुचिता बनाए रखने का संकल्प दोहराने को कहा और जन कल्याण की विभिन्न योजनाओं की घोषणा तथा वादे किए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अगले दो साल में अपने राज्य से बेरोजगारी मिटाने का वादा किया, वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत करने वालों के लिए पेट्रोल पर प्रति लीटर 25 रुपये, अधिकतम 250 रुपये प्रतिमाह की सब्सिडी देने का वादा किया। यह योजना आज से ही प्रभावी होगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि श्रमिकों की दो बेटियों को शिक्षा और रोजगार मुहैया कराने के लिए वित्तीय सहायता देने संबंधी योजना की जल्दी घोषणा की जाएगी। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में पांच दिन काम की प्रणाली लागू करने और अंशदायी पेंशन योजना में सरकार का अंशदान 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने की घोषणा की।
हालांकि, कोविड के बढ़ते मामलों के कारण गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन कई मायानों में बेहद छोटे स्तर पर और सादे तरीके से किया गया।
ओडिशा में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में जनता की भागीदारी पर प्रतिबंध था, वहीं पुडुचेरी ने ‘राज निवास’ में ‘रात्रि भोज’ कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का फैसला लिया है। पश्चिम बंगाल ने कोलकाता में ‘रेड रोड’ पर बेहद सादे समारोह का आयोजन किया वहीं तमिलनाडु में मरीना बीच पर महज 28 मिनट लंबे परेड/कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
केरल में मंत्री अहमद देवरकोविल ने कासरगोड में उल्टा तिरंगा (हरी पट्टी ऊपर, नारंगी पट्टी नीचे) फहराया, जिसे लेकर भाजपा ने उनपर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया और इस्तीफे की मांग की।
बाद में मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि उनसे कोई गलती नहीं हुई और अधिकारियों ने उन्हें रस्सी थमाई, जिसके बाद उन्होंने तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों से मामले की जांच करने को कहा गया है और लापरवाही करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के लाल चौक पर स्थित ऐतिहासिक क्लॉक टावर पर तिरंगा फहराया गया। यहां पहली बार 30 साल पहले तिरंगा भाजपा के अनुभवी नेता मुरली मनोहर जोशी ने फहराया था।
समाजिक कार्यकर्ताओं साजिद युसुफ शाह और साहिल हशीर भट सहित दर्जनों समर्थकों ने ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लिया।
वहीं, एमए स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केन्द्र शासित प्रदेश में जनांकीकीय बदलाव जैसे ‘काल्पनिक मुद्दों’ को लेकर ‘अफवाहें’ फैलाने वालों की आलोचना करते हुए कहा कि पहाड़ी राज्यों के अनुरूप ही भूमि आरक्षण किया गया है।
बेहद खराब मौसम होने के बावजूद पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। परेड के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी, हालांकि मोबाइल फोन सेवा और लीज लाइन इंटरनेट सेवा बहाल रही।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से संविधान की शुचिता की रक्षा करने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गणतंत्र दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आज के दिन एक बार फिर संविधान की शुचिता, खास तौर से उसके संघीय ढ़ांचे की रक्षा करने का संकल्प लें।’’
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने कहा कि उनकी सरकार ने अगले 10 साल में राज्य को देश के शीर्ष 10 राज्यों में शामिल करने की नींव रख दी है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में तिरंगा फहराने के बाद बाद समाज से शराब की बुराई को खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि सिर्फ शराब की बिक्री पर रोक लगाकर सरकार पूर्ण शराबबंद का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए नशा-मुक्ति अभियान चलाया जाएगा।
पणजी के कम्पल ग्राउंड में परेड की सलामी लेने के बाद गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई ने आपातकाल के परोक्ष संदर्भ में कहा कि 1975-77 भारतीय लोकतंत्र के ‘‘काले दिन’’ हैं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने पिछले दो वर्षों में कमाल का काम करने के लिए राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में दिए गए नेतृत्व पुरस्कार और बिजली से चलने वाले वाहनों की नीति का भी जिक्र किया।
तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि ने मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की मौजूदगी में मरीना बीच पर आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा फहराया। राज्य सरकार ने नयी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किए गए राज्य की झांकी का मरीना बीच पर प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश में 73वें गणतंत्र दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। राजधानी लखनऊ में आयोजित मुख्य समारोह में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों और सुरक्षा बल के कर्मियों ने हिस्सा लिया।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। बैजल ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और महामारी के दौरान कोरोना योद्धाओं के योगदान की प्रशंसा की।
जालंधर के गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में तिरंफा फहराते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए लोगों को याद किया।
भाषा अर्पणा माधव
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