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सोमवार, 26 मई, 2025
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जाने-माने भौतिकशास्त्री विकास सिन्हा का निधन

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कोलकाता, 11 अगस्त (भाषा) साहा नाभिकीय भौतिकी संस्थान (एसआईएनपी) और परिवर्तित ऊर्जा साइक्लोट्रॉन केंद्र (वीईसीसी) के पूर्व निदेशक एवं जाने-माने भौतिकशास्त्री विकास सिन्हा का शुक्रवार को कोलकाता में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए वर्ष 2001 में ‘पद्म श्री’ और 2010 में ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित प्रख्यात वैज्ञानिक सिन्हा उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक प्रतिभाशाली परमाणु भौतिक विज्ञानी और पश्चिम बंगाल का प्रतिभाशाली पुत्र बताया।

ममता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जाने-माने वैज्ञानिक विकास सिन्हा के असामयिक निधन के बारे में जानकर दुख हुआ।’’

सिन्हा के नेतृत्व में एसआईएनपी और वीईसीसी ने कण भौतिकी के क्षेत्र में प्रयोगों के लिए सीईआरएन (यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन) के साथ सहयोग किया था।

सिन्हा के पास वीईसीसी में ‘होमी भाबा चेयर’ थी और वह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के फेलो थे।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के कंडी में एक जमींदार परिवार में जन्मे विकास सिन्हा ने कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज से भौतिकी विषय की पढ़ाई की थी। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह कैंब्रिज विश्वविद्यालय के किंग्स कॉलेज गए।

सिन्हा इटली की तीसरी विश्व विज्ञान अकादमी सहित कई अकादमियों के फेलो रहे और उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते।

सिन्हा को 1994 में भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ का एस एन बोस जन्म शताब्दी पुरस्कार प्रदान किया गया था। उन्हें पश्चिम बंगाल सरकार ने 2022 में राज्य के सर्वोच्च पुरस्कार ‘बंगबिभूषण’ और उसी वर्ष ‘रवींद्र स्मृति पुरस्कार’ से सम्मानित किया था।

सिन्हा पश्चिम बंगाल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति थे। वह बांग्ला भाषा में विज्ञान पर नियमित रूप से लिखा करते थे।

भाषा रवि कांत पारुल

पारुल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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