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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशएलएसी पर जारी सीमा विवाद के बीच ‘रिमूव चाइना एप्स’ गूगल प्लेस्टोर का टॉप फ्री एप बना

एलएसी पर जारी सीमा विवाद के बीच ‘रिमूव चाइना एप्स’ गूगल प्लेस्टोर का टॉप फ्री एप बना

17 मई को लांच हुए इस एप ने 15 दिन से कम समय में ही 10 लाख डाउनलोड पूरे कर लिए हैं. इसे जयपुर की एक कंपनी ‘वनटचएपलैब’ने विकसित किया है.

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नई दिल्ली: आपने पिछले कुछ दिनों में ज़रूर ‘रिमूव चाइना एप्स’ नाम की एक एप के बारे में व्हाट्सएप पर पढ़ा होगा. बहुत से मैसेज इस एप को इन्स्टॉल करने की सलाह देते हुए दावा करते हैं कि ये फ़ोन में चीन में बनी सभी एप को हटा देता है. अब ये एप आरोग्य सेतु और व्हाट्सएप को पछाड़ कर गूगल प्ले स्टोर की फ्री एप्स की रेटिंग में शीर्ष पर है.

17 मई को लांच हुए इस एप ने 15 दिन से कम समय में ही 10 लाख डाउनलोड पूरे कर लिए. इसकी रेटिंग फिलहाल प्लेस्टोर पर 4.8 चल रही है. इस एप को जयपुर की एक कंपनी ‘वनटचएपलैब’ ने विकसित किया है जो 8 सालों से मोबाइल और वेब एप्लीकेशन और डिजाइन के क्षेत्र में काम करने का दावा करती है. हालांकि एपस्टोर पर इस कंपनी के नाम से सिर्फ यही एप दिखाई देती हैं.

पिछले कुछ दिनों से चीन और भारत के सीमा विवाद की वजह से ये एप वायरल हो रहा था. हाल ही में लद्दाखी शिक्षाविद् और थ्री इडियट्स के पीछे की प्रेरणा रहे सोनम वांगचुक द्वारा टिकटॉक समेत चीनी एप्स और वस्तुओं के बहिष्कार के निवेदन के साथ ये तेज़ी से वायरल होने लगा.


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कैसे काम करती है ये एप 

इस एप को फ़ोन में 3.5 मेगाबाइट से ज्यादा की जगह की ज़रूरत नहीं है, ना ही किसी लॉग इन आईडी की. एप को खोलने पर एक बटन दिखाई देता है और अंग्रेजी में लिखा आता है, ‘अपने फ़ोन में मौजूद चीनी एप्स को पहचानने के लिए ये बटन दबाइए’ और इसी के साथ एप आपके सामने फ़ोन में इन्सटाल्ड चीनी एप्स को आपके सामने ले आएगी. हालांकि उन्हें हटाने के लिए आपको खुद बटन दबाना पड़ेगा.

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यह एप सिर्फ यूजर या थर्ड पार्टी वेबसाइट द्वारा इन्स्टॉल की गयी एप्स को ही दिखाती है, चीनी मोबाइल में पहले से मौजूद एप्स को ये नहीं दिखाती है.

हाल ही में सोनम वांगचुक ने ट्विटर पर एक सन्देश डाला था और लोगों से आह्वान किया कि वे एक हफ्ते के अन्दर अपने फ़ोन से चीनी एप्स हटा दें. ‘चीन का जवाब, सेना देगी बुलेट से, हम देंगे वॉलेट से’, कहते हुए वांगचुक ने अपील की थी.

इसके बाद मॉडल और अभिनेता मिलिंद सोमन ने भी ट्विटर पर घोषणा की कि वो भारत में प्रसिद्ध टिकटॉक का इस्तेमाल नहीं करेंगे.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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