विजयनगरम, 25 अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को विजयनगरम जिले के मेंतादा मंडल के चिनमेदापल्ली गांव में 830 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी।
यह विश्वविद्यालय 562 एकड़ भूमि पर बनेगा और यह तीन साल में बनकर तैयार होगा।
रेड्डी ने आधारशिला रखने के बाद दत्तिराजेरु मंडल के मरादम गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस आदिवासी क्षेत्र में हम 830 करोड़ रुपये की परियोजना, केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के लिए स्थायी भवन का निर्माण कर रहे हैं। अगले तीन वर्षों में, यह परियोजना देश को समर्पित कर दी जाएगी।’’
प्रधान ने शिलान्यास समारोह को आदिवासी कल्याण को ठोस वास्तविकता बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने की दिशा में एक और कदम बताया।
रेड्डी ने इस परियोजना को मंजूरी देने के लिए मोदी को धन्यवाद दिया, जो 2014 में संयुक्त आंध्र प्रदेश के विभाजन के हिस्से के रूप में राज्य को प्रदान की गई थी।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि विश्वविद्यालय आदिवासी समुदायों के बीच शिक्षा को आगे बढ़ाएगा और उन्हें दुनिया में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगा।
रेड्डी के अनुसार, हालांकि मुख्यधारा के समाज की तुलना में आदिवासी विभिन्न मापदंडों में पिछड़ रहे हैं, लेकिन वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने पिछले चार वर्षों में उनका विशेष ध्यान रखा है।
रेड्डी ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र को लाभ पहुंचाने के लिए नरसीपट्टनम, पडेरू और पार्वतीपुरम में तीन मेडिकल कॉलेज बनाये जा रहे हैं, जिसमें कुरुपम में एक आदिवासी इंजीनियरिंग कॉलेज भी शामिल है।
रेड्डी ने कहा कि पहले के किसी भी शासन की तुलना में, पिछले चार वर्षों में आदिवासियों के विकास के लिए क्रांतिकारी कदम उठाये गये हैं।
भाषा अमित सुरेश
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