तिरुवनंतपुरम, 19 जुलाई (भाषा) केरल में लगातार हो रही बारिश के कारण कई शहरों और ऊंचाई पर स्थित इलाकों में बाढ़ आ गई है और यातायात बाधित हो गया, जिसके मद्देनजर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के पांच उत्तरी जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें ‘‘अत्यधिक भारी बारिश’’ का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम एजेंसी के नवीनतम अपडेट के अनुसार, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ सहित जिलों में ‘भारी वर्षा’ की संभावना जताई गई है और इसके लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने ‘‘अत्यधिक भारी बारिश’’ की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए आपात स्थिति के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं।
सूत्रों ने बताया कि उत्तरी जिले कासरगोड में जिला प्रशासन ने मानसून से संबंधित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों में सख्त सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।
वायनाड और कोझिकोड दोनों जगहों पर शुक्रवार रात भर भारी बारिश हुई, हालांकि शनिवार सुबह लोगों को इससे थोड़ी राहत मिली।
कोझिकोड में जिला अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों और जल निकायों के निकट रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार हैं।
राज्य कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, केरल में मई से अब तक हुई व्यापक बारिश के कारण सिर्फ कोझिकोड जिले में 44 करोड़ रुपये की फसल का नुकसान हुआ है।
‘रेड अलर्ट’ का मतलब है 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक भारी से अति भारी बारिश होना, जबकि ‘ऑरेंज अलर्ट’ का अर्थ है 11 से 20 सेंटीमीटर के बीच बहुत भारी बारिश होना।
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प्रीति सुरेश
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