श्रीनगर, आठ जून (भाषा) जनवरी से अब तक रिकॉर्ड 80 लाख पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया है। यह दावा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में उपायुक्त कार्यालय ने किया है।
अनंतनाग के उपायुक्त कार्यालय ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘कश्मीर में ‘पर्यटन का सुनहरा दौर’ देखा जा रहा है क्योंकि पिछले 20 वर्षों के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए पिछले कुछ महीनों में 80 लाख पर्यटकों ने केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया है।’’
हालांकि, ट्वीट में उद्धृत आंकड़े इस वर्ष के पहले पांच महीनों में घाटी का दौरा करने वाले पर्यटकों की वास्तविक संख्या से बहुत दूर हैं।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस साल कश्मीर का दौरा करने वाले पर्यटकों की संख्या नौ लाख से अधिक है और जून के अंत तक 10 लाख का आंकड़ा पार होने की उम्मीद है।
विभाग के एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘अगर हम विशुद्ध रूप से पर्यटकों के रूप में आए लोगों की बात करें तो एक जनवरी से 31 मई तक यह संख्या नौ लाख को पार कर गई है।’’
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों को समायोजित करने के लिए घाटी में बुनियादी ढांचा अभी तक उस स्तर का नहीं है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम हर दिन औसतन 51,000 पर्यटकों के बारे में बात कर रहे हैं। यह घाटी के सभी होटलों, गेस्टहाउस और हाउसबोट की सूचीबद्ध बिस्तर क्षमता से थोड़ा अधिक है।’’
हालांकि अनंतनाग के उपायुक्त कार्यालय के गलत ट्वीट पर किसी का ध्यान नहीं गया क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), केंद्रीय गृह मंत्रालय, केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय, जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग और केंद्र शासित प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को टैग किया गया है।
ट्वीट में एक कोलाज भी था जिसमें दावा किया गया था कि ‘‘केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि भविष्य में जम्मू और श्रीनगर हवाई अड्डों पर हवाई यातायात निर्बाध रूप से बढ़े ताकि जम्मू कश्मीर में व्यापार और पर्यटन में बढ़ोतरी हो।’’
कश्मीर में यात्रा और पर्यटन से जुड़े लोगों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि हाल ही में घाटी में आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की लक्षित हत्याओं के बाद पर्यटकों के आगमन में कमी आयी है।
ट्रैवल ऑपरेटर शेख बशारत ने कहा, ‘‘नागरिकों की हत्या के मद्देनजर पूछताछ और बुकिंग की संख्या में गिरावट आयी है। हमारे कारोबार में अचानक गिरावट आयी है, खासकर राजस्थान के रहने वाले एक बैंक कर्मचारी की कुलगाम जिले में हत्या के बाद।’’
भाषा अमित नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.