नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त करने की अनुशंसा की है।
शीर्ष न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक बयान के अनुसार सोमवार को प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित की अध्यक्षता में कॉलेजियम की बैठक हुई।
बयान में कहा गया है, “उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने 26 सितंबर, 2022 को हुई अपनी बैठक में बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की अनुशंसा की है।”
न्यायमूर्ति दत्ता को 22 जून, 2006 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में कलकत्ता उच्च न्यायालय में पदोन्नत किया गया था।
उन्हें 28 अप्रैल, 2020 को बंबई उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
फरवरी 1965 में जन्मे, न्यायमूर्ति दत्ता कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश दिवंगत सलिल कुमार दत्ता के पुत्र और शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश अमिताभ रॉय के संबंधी हैं।
कलकत्ता उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार उन्होंने 1989 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली है। उन्होंने 16 नवंबर, 1989 को एक वकील के रूप में पंजीकृत कराया था।
वह 16 मई, 2002 से 16 जनवरी, 2004 तक पश्चिम बंगाल के कनिष्ठ स्थायी वकील थे और 1998 से भारत सरकार के वकील भी थे।
वह 1996-97 से 1999-2000 तक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, कलकत्ता विश्वविद्यालय में भारत के संवैधानिक कानून विषय पर अतिथि व्याख्याता थे।
फिलहाल शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 29 है, जबकि सीजेआई समेत स्वीकृत संख्या 34 है।
भाषा जोहेब माधव
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