नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रविश कुमार ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को खत्म करना भारत का आंतरिक मामला बताया है. उन्होंने कहा, भारत ने यह कदम ‘जम्मू कश्मीर के लोगों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए लिया है. कश्मीर में शांति वापस लौट रही है कुछ सही कदम भी उठाये गए है.
उन्होंने समझौता एक्सप्रेस पर सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘यह एक तरफा मामला था हमने इस पर रोक नहीं लगाई है. समझौता एक्सप्रेस को बिना हमसे पूछे उन्होंने बंद किया है. वहीं द्विपक्षीय वार्ता को भी उन्होंने हमसे बगैर बात किए इसे बंद कर दिया.
Raveesh Kumar, MEA on being asked about the Indian High Commissioner in Pakistan: He is not in Delhi. We have requested Pakistan for review of their decision. The timing of his return will be determined later. pic.twitter.com/E7gxhz0BvZ
— ANI (@ANI) August 9, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में संचार के मुद्दे पर सब लोगों को पता है कि एहतियात के तौर पर फैसला लिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने भी अपने कल के भाषण में बताया था. जहां तक जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान यूएन में जाने की बात कर रहा है उस पर हमने कह दिया है अनुच्छेद 370 का खत्म करना भारत का आतंरिक मामला है.
प्रधानमंत्री ने जैसा कि गुरुवार को कहा है कि जैसे ही सब कुछ सामान्य होगा वहां चीजें सामान्य हो जाएगी. वहां अस्पताल खुल रहे हैं, अखबार छप रहे हैं और लोगों की जरूरत की चीजें बिना किसी परेशानी के मिल रही है
जहां तक अन्य देशों की बात है हमने सभी देशों के दूतों को बुलाकर बता दिया था कि यह हमारा आतंरिक मामला है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि समय आ गया है कि अब पाकिस्तान दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी करना बंद करें. साथ ही उन्होंने वायुमार्ग के बंद किए जाने वाले मामले पर कहा कि पाकिस्तान ने वायुमार्ग को बंद नहीं किया है बल्कि मार्ग में परिवर्तन किया गया है. वायुमार्ग चल रहा है.
हम लोगों ने पाकिस्तान से एक बार फिर इस मामले को फिर से देखने की बात कही है.