नैनीताल, दो मई (भाषा) एक बुजर्ग व्यक्ति द्वारा 12 वर्षीय लड़की से कथित दुष्कर्म के बाद यहां उत्पन्न तनाव का स्वतः संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने, भीड़ को एकत्र होने से रोकने तथा वाहनों की जांच करने के लिए कहा है।
वरिष्ठ न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की खंडपीठ ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों से अफवाह फैलाने वालों पर अंकुश लगाने के लिए इंटरनेट की निगरानी करने के लिए भी कहा।
अल्पसंख्यक समुदाय के 60 वर्षीय व्यक्ति द्वारा नाबालिग लड़की से कथित दुष्कर्म के बाद पर्यटन नगरी नैनीताल में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था। पेशे से ठेकेदार उस्मान नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अदालत ने अपने आदेश में यह भी कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को जनता से अपील करनी चाहिए और गश्त तेज करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नैनीताल के बनभूलपुरा क्षेत्र में तनाव नहीं बढ़े।
पिछले साल फरवरी में एक मदरसा ढहाए जाने के बाद बनभूलपुरा में कई हिंसक घटनाएं हुई थीं ।
उप महाधिवक्ता जेएस विर्क ने अदालत को सूचित किया कि नैनीताल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी पुलिस बल तैनात किया गया है और हल्द्वानी, कालाढूंगी और भीमताल की ओर से नैनीताल आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है।
अदालत के निर्देशेां के बाद नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद मीणा ने जनता से शांति बनाए रखने के लिए कई अपील की और निर्देश जारी किए।
कुछ हिंदू संगठनों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया।
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों की कुछ दुकानों में तोड़-फोड़ की गयी तथा एक निकटवर्ती मस्जिद पर पत्थर भी फेंके गए। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को फांसी पर लटकाए जाने की मांग की ।
व्यापार मंडल ने भी अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध जताया और दोषी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।
भाषा सं दीप्ति
संतोष
संतोष
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