नई दिल्ली: छह साल का समय, रेप और आपराधिक धमकी के छह अलग-अलग मामले. एक ही शहर में दर्ज की गईं इन सभी एफआईआर में दुर्व्यवहार किए जाने और दर्द दिए जाने की लंबी चौड़ी दास्तां थी. इसमें से तीन शिकायतें पूर्व बॉयफ्रेंड के खिलाफ थीं तो वहीं एक अपने ‘पति’ के खिलाफ.
मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली यह 27 साल की शिकायतकर्ता अब खुद जबरन वसूली और आपराधिक धमकी के आरोपों का सामना कर रही है. हालांकि उसने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है.
तीन युवकों के खिलाफ दर्ज की गई अपनी शिकायतों में महिला ने ‘शादी के बहाने बलात्कार’, अप्राकृतिक यौन संबंध बनाना, बिना सहमति के उसके वीडियो और तस्वीरें लेना और उन्हें ऑनलाइन लीक करने की धमकी देना शामिल है.
पहली एफआईआर फरवरी 2016 में दर्ज की गई थी, उसके बाद दो प्राथमिकी मार्च और अप्रैल 2019 में, दो अन्य फरवरी और अक्टूबर 2021 में और एक इस साल मार्च में दर्ज की गई थी. ये सभी जबलपुर में दर्ज की गईं.
दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक सुप्रीम कोर्ट से स्टे लेने में सफल रहा. चौथे आरोपी को निचली अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई.
पांचवे व्यक्ति के खिलाफ भी उसने बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया. बाद में उस व्यक्ति ने राहत के लिए जबलपुर जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला न सिर्फ उन्हें रेप के मामले में फंसाने की धमकी दे रही है, बल्कि पैसे भी मांग रही है. महिला की अब जांच की जा रही है.
उसके बाद चार आरोपियों में से एक ने भी इसी तरह के दावों के साथ अदालत का दरवाजा खटखटाया. जबलपुर जिला अदालत ने सभी सबूतों की जांच की, बयान दर्ज किए और आदेश दिया कि महिला के खिलाफ जबरन वसूली और आपराधिक धमकी के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाए. दिप्रिंट के पास कोर्ट के आदेश की कॉपी है.
अब उसे 22 सितंबर को कोर्ट में तलब किया गया है. अगर वह पेश नहीं हुई तो उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाएगा.
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने दिप्रिंट को बताया, ‘महिला ने समय के साथ अलग-अलग युवकों के खिलाफ बलात्कार के पांच से अधिक मामले दर्ज किए. युवकों का आरोप है कि वह रंगदारी वसूल रही थी. कोर्ट ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है. अदालत इस मामले की जांच करेगी.’
जब दिप्रिंट ने महिला से संपर्क किया, तो उसने आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया. उसने कहा कि उसने इनमें से हर लड़के के साथ प्यार किया था और उन सभी ने ‘उसका विश्वास तोड़ा’. उसने आरोपों के एवज में किसी से भी पैसे मांगने से इनकार किया है.
यह मामला तब सामने आया, जब फिल्म निर्माता-कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज ने 9 मई को मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना को एक औपचारिक शिकायत सौंपी. उन्होंने इसमें पुलिस से इन मामलों को देखने के लिए कहा था.
उन्होंने हरियाणा राज्य महिला आयोग को भी लिखा, जिसने जून में उसकी शिकायत डीजीपी को भेज दी. भारद्वाज ने बताया कि इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
भारद्वाज ने दिप्रिंट को बताया, ‘मैं मई में पीड़ित परिवारों से मिली थी. उन्होंने मुझे बताया कि महिला ने उन्हें धमकी दी और इन मामलों में फंसाया है. वह खुले तौर पर एलान करती है कि पुलिस उसके खिलाफ कुछ नहीं कर सकती क्योंकि वह एक महिला है. वह जानती है कि बलात्कार कानूनों का दुरुपयोग कैसे किया जाता है. युवकों के इन परिवारों को बहुत प्रताड़ित किया गया है.’
उन्होंने कहा, ‘उस महिला की कारगुजारियों को सामने लाने के बाद, मुझे और युवकों के भी फोन आ रहे हैं, जो इस महिला द्वारा पीड़ित लोगों को जानते हैं. हो सकता है कि और भी कई लोग हों, जो उसकी साजिश का शिकार हुए हों.’
भारद्वाज ने गुरुग्राम की 20 साल की दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा के 2021 के मामले के बारे में भी बताया. उस लड़की ने लगभग 14 महीनों में सात पुलिस स्टेशनों में सात लोगों के खिलाफ बलात्कार के मामले दर्ज किए थे. बाद में उसे जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
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एक जैसे FIR
दिप्रिंट को मिली छह प्राथमिकी में से तीन एक जैसी हैं.
एफआईआर में महिला का आरोप है कि उससे शादी का वादा किया गया और इस बहाने रेप किया गया, उसकी वीडियो बनाई और फिर धमकी भी दी. जहां एक मामले में कथित अपराध एक कार में हुआ, वहीं अन्य दो मामलों में घटना एक होटल के कमरे के अंदर की हैं.
फरवरी 2021 में अप्राकृतिक यौन संबंध, आपराधिक धमकी, बलात्कार और चोट पहुंचाने के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज मामले में, महिला ने आरोप लगाया कि वह एक साल से आरोपी को जानती थी और अपराध तब हुआ जब वह उसे ड्राइव के लिए बाहर ले गया था.
उसने अपनी शिकायत में कहा था, ‘एक फरवरी को, वह मुझे ड्राइव पर ले गया और एक होटल के बगल में पार्किंग में कार के अंदर बैठकर शराब पीना और धूम्रपान करना शुरू कर दिया. मैं ठीक महसूस नहीं कर रही थी. मैंने उससे मुझे घर ले जाने के लिए कहा. लेकिन उसने जोर देकर कहा कि हम होटल में एक कमरा ले लेते हैं.’
एफआईआर में लिखा था, ‘मैं आराम करने के लिए कमरे के अंदर गई और वह शराब की एक बोतल और एक ब्लूटूथ स्पीकर के साथ अंदर आया. वह जोर-जोर से गाने बजाने लगा. जब मैं जाने के लिए उठी तो उसने मुझे थप्पड़ मारा और फिर मेरे साथ रेप किया. उसने मेरी तस्वीर भी क्लिक कीं और उन्हें वायरल करने की धमकी दी.’
पिछले साल 7 अक्टूबर को फिर से जबलपुर के महिला थाने में रेप, अप्राकृतिक यौन संबंध, आपराधिक धमकी के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज मामले में महिला ने ऐसा ही आरोप लगाया था.
उसने दावा किया कि कानपुर के एक होटल के कमरे में उसके साथ बलात्कार किया गया. प्राथमिकी में, उसने आरोप लगाया कि जिस आदमी के साथ वह बाहर गई थी, वह पार्टी के बाद उसके होटल के कमरे में घुस गया और उसके साथ बलात्कार किया. उसने बताया कि विरोध करने पर उस व्यक्ति ने उसका हाथ मरोड़ दिया था.
उसने अपनी शिकायत में आरोप लगाया, ‘दो दिनों तक उसने मुझे कमरे के अंदर रखा और मेरे साथ बलात्कार किया और वीडियो भी बनाया, जिसे उसने वायरल करने की धमकी दी.’
इसी धारा के तहत इस साल 23 मार्च को दर्ज मामले में उसने आरोप लगाया कि तीसरे आरोपी ने दो महीने में उसके साथ कई बार बलात्कार किया और पुलिस से संपर्क करने पर उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी.
उसने आरोप लगाया कि उसने पहली बार 28 फरवरी को अपनी कार में उसके साथ बलात्कार किया. वे दोनों फिर एक साथ पास के एक गांव में घूमने के लिए गए, जहां उसने फिर से एक होटल के कमरे में उसके साथ बलात्कार किया, उसे अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया, साथ ही उसके वीडियो भी शूट किए.
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‘पति’ पर भी ऐसे ही आरोप लगाए
बाकी तीन एफआईआर उस आदमी के खिलाफ हैं, जो कथित तौर पर उसका पति है.
पहली प्राथमिकी 28 फरवरी 2016 को घमापुर थाने में बलात्कार और चोट पहुंचाने की धाराओं के तहत दर्ज की गई थी. दूसरी 8 मार्च 2019 को ‘घरेलू हिंसा’, ‘बलात्कार’, ‘चोट पहुंचाने’ और ‘अश्लील शब्द बोलने’ के लिए दर्ज की गई थी. तीसरी शिकायत, एक महीने बाद 4 अप्रैल को उसी पुलिस स्टेशन में आपराधिक धमकी के लिए दर्ज की गई.
पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों के ‘समझौता’ पर पहुंचने के बाद पहला मामला बंद कर दिया गया और महिला ने अपनी शिकायत ‘वापसी’ ले ली.
भारद्वाज ने दिप्रिंट को बताया, ‘उसने उस व्यक्ति से शादी की, जिसके खिलाफ उसने मामला दर्ज कराया था और फिर कुछ सालों के बाद बलात्कार और घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करा दिया.’
लेकिन महिला का कहना है कि दोनों ने कभी शादी नहीं की. वह बताती हैं, ‘उन्होंने सिर्फ एक समारोह में एक-दूसरे को जयमाला पहनाई थी. हमने वास्तव में कभी शादी नहीं की. रेप के मामले से बचने के लिए उसने शादी का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया. मेरे पास यह दिखाने के लिए सबूत हैं कि हमने कभी शादी नहीं की.’
‘मेरे आवाज उठाने पर सवाल किए जा रहे हैं’
महिला ने दावा किया कि सभी पुरुषों के खिलाफ दर्ज शिकायतें झूठी नहीं हैं.
उसने कहा, ‘यह सब मेरे साथ बार-बार हुआ. मेरी समस्या यह है कि मैं लोगों पर आसानी से भरोसा कर लेती हूं. उन सभी ने मुझसे शादी करने का वादा किया और फिर मेरा दिल तोड़ दिया. मेरा बलात्कार किया और मेरा फायदा उठाया. लेकिन मैं इनके खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए काफी मजबूत थी. मैं इन सभी मामलों से लड़ रही हूं, बावजूद इसके कि मेरे करीबी मुझे ऐसा करने से मना कर रहे हैं. अब, मुझसे आवाज उठाने के लिए पूछताछ की जा रही है? यह कैसा न्याय है?’
27 साल की युवती ने आगे कहा कि वह अंत तक लड़ेंगी. उसने दिप्रिंट को बताया, ‘अदालत को पता चल जाएगा कि गलती किसकी है. सामने आकर इन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत रखने वाली महिला से सवाल करना किसी अपराध से कम नहीं है. ये सिर्फ मैं ही जानती हूं कि मैं किस दौर से गुजरी हूं.’
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