नई दिल्ली: भारतीय इतिहास के सबसे विवादित चेहरों में से एक वीर दामोदर सावरकर पर एक बायोपिक बनने जा रही है, जिसमें रणदीप हुड्डा सावरकर का किरदार निभाएंगे.
रणदीप हुड्डा ने बुधवार को एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, ‘कुछ कहानियां बताई जाती हैं और कुछ जी जाती हैं.’
हुड्डा ने कहा कि स्वतंत्र वीर सावरकर पर बनने वाली बायोपिक को लेकर वो बहुत उत्साहित महसूस कर रहे हैं.
सावरकर पर बन रही इस फिल्म का निर्देशन महेश मांजरेकर कर रहे हैं. वहीं संदीप सिंह और आनंद पंडित फिल्म के निर्माता हैं. फिल्म की शूटिंग जून 2022 में शुरू होने की उम्मीद है और लंदन, महाराष्ट्र और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह समेत विभिन्न जगहों पर इसकी शूटिंग की जाएगी.
Kuch kahaniyaan batayi jaati hai aur kuch jee jaati hain!
Grateful, excited and honoured to be part of #SwatantraVeerSavarkar's biopic ✨@manjrekarmahesh @anandpandit63 @thisissandeeps @apmpictures @directorsamkhan @pandya_jay #RoopaPandit #LegendStudios pic.twitter.com/V6iXF5GHtr— Mahesh Manjrekar (@manjrekarmahesh) March 23, 2022
फिल्म के निर्माता संदीप सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘कलम और किताब से दिया जिन्होंने इतिहास को एक नया मोड़, जल्द मुलाकात करने आ रहे हैं आपसे.’
निर्माताओं ने बुधवार को एक बयान में कहा कि ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर अलग तरह से प्रकाश डालेगी.
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‘चुनौतीपूर्ण भूमिका’
रणदीप हुड्डा इससे पहले 2016 में आई संदीप सिंह की फिल्म ‘सरबजीत’ में काम कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि उनके लिये एक अभिनेता के तौर पर यह ‘एक और चुनौतीपूर्ण भूमिका’ होगी.
उन्होंने कहा, ‘ऐसे कई नायक हैं जिन्होंने हमें हमारी स्वतंत्रता दिलाने में अपनी भूमिका निभाई है. हालांकि, सभी को उनका हक नहीं मिला है. विनायक दामोदर सावरकर इन गुमनाम नायकों में सबसे गलत समझे गए. वह चर्चित और प्रभावशाली रहे हैं तथा उनकी कहानी बताई जानी चाहिए. मुझे ‘सरबजीत’ के बाद ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ के लिए संदीप के साथ काम करने की खुशी है.’
मांजरेकर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि अतीत में जिन कहानियों की अनदेखी की गई, उन्हें बयां किया जाए.
फिल्म निर्माता ने कहा, ‘स्वतंत्र वीर सावरकर एक सिनेमाई कथा होगी जो हमें अपने इतिहास पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर करेगी. मैं संदीप सिंह के साथ सहयोग करना चाहता हूं, और मुझे खुशी है कि हम इस फिल्म को एक साथ कर रहे हैं.’
सावरकर पर लग चुके हैं गांधी की हत्या के आरोप
नथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की 30 जनवरी 1948 को दिल्ली में एक प्रार्थना सभा के दौरान हत्या कर दी थी जिसमें नारायण आप्टे, विष्णु करकरे, गोपाल गोडसे, मदनलाल पाहवा के साथ अन्य लोग भी शामिल थे. महात्मा गांधी की हत्या का आरोप सावरकर पर भी लगे थे.
लाल किला ट्रायल के दौरान साक्ष्यों के अभाव में सावरकर को दोषी करार नहीं दिया जा सका था.
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