नई दिल्ली: रामायण का पुनः प्रसारण दूरदर्शन के लिए सौगात लेकर आया है. चैनल की रेटिंग नए रिकॉर्ड हासिल कर रही है. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) – नेल्सन के आंकड़ों के मुताबिक रविवार शाम को प्रसारित हुए रामायण के एपिसोड की रेटिंग 2015 के बाद से दूरदर्शन के हिंदी मनोरंजक कार्यक्रमों की श्रेणी के किसी भी कार्यक्रम के मुकाबले ज़्यादा रही. बीएआरसी ने ये आंकड़े 2015 में ही जमा करने शुरू किये थे. गौरतलब है कि हर दिन रामायण के सुबह और रात 9 बजे दो एपिसोड प्रसारित किये जा रहे हैं.
हालांकि ये आंकड़े अस्थायी हैं और सिर्फ पहले दो दिन के प्रसारण पर आधारित हैं. हफ्ते भर की रेटिंग अगले बृहस्पतिवार को जारी की जाएगी जिससे ये पता चलेगा कि कुल मिलाकर दूरदर्शन की रेटिंग पर कितना प्रभाव पड़ा है.
आंकड़े बताते हैं कि दर्शकों की संख्या शनिवार सुबह के पहले एपिसोड के प्रसारण के समय 3.5 करोड़ लोगों से बढ़कर रविवार शाम को करीब 5.1 करोड़ हो गयी. यहां तक कि शहरी इलाकों और मेट्रो सिटीज में भी दर्शकों की संख्या ज्यादा रही. जबकि शनिवार की सुबह 34 मिलियन यानी 3.4 करोड़ लोगों ने इस धारावाहिक की पहली कड़ी को देखा. शो शहरी क्षेत्रों यहां तक कि मेट्रो सिटी में भी सबसे अधिक देखा गया.
इस धारावाहिक ने शनिवार की शाम 4.5 करोड़ दर्शकों को आकर्षित किया और रविवार की सुबह करीब 4 करोड़ लोगों ने इसे देखा.
शनिवार और रविवार को प्रसारित हुए 4 एपिसोड्स को औसतन 2.87 करोड़ लोगों ने देखा और देखने का समय करीब 690 करोड़ मिनट रहा. ये आंकड़े केवल हिंदी भाषी क्षेत्रों पर आधारित हैं.
यूट्यूब पर भी बढ़े दर्शक
21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के चलते शनिवार से दूरदर्शन पर रामायण का पुनः प्रसारण शुरू हुआ. इसी के साथ दूरदर्शन के अन्य प्रसिद्द कार्यक्रम जैसे महाभारत, सर्कस और व्योमकेश बक्शी का प्रसारण भी किया जायेगा.
डीडी नेशनल और डीडी भारती ने इसी के साथ बुनियाद , शक्तिमान , श्रीमान श्रीमती जैसे बाकी ऐतिहासिक कार्यक्रमों को भी अपनी प्रसारण सूची में शामिल किया है.
दूरदर्शन के सूत्रों ने बताया कि बीएआरसी के आंकड़ों के अलावा दूरदर्शन के यूट्यूब चैंनलों पर भी व्यूअरशिप में 100 फ़ीसदी का इज़ाफा हुआ है. ‘पहले ये इज़ाफा रामायण और महाभारत की वजह से हुआ. अब बुधवार से शक्तिमान की वजह से भी काफी दर्शक यूट्यूब से जुड़ रहे हैं’, दूरदर्शन के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया.
हालांंकि लॉकडाउन के दौरान सिर्फ कुछ चुनिन्दा एपिसोड्स का ही प्रसारण हो सकेगा, पर इन कार्यक्रमों को दिखाने की तैयारी पिछले कुछ महीनों से चल रही थी.
टीवी, समाचार की रेटिंग भी बढ़ी
बीएआरसी का ये डाटा ‘क्राइसिस कंज़म्पशन’ (विपदा के दौरान टीवी और स्मार्टफ़ोन का उपयोग) नामक सर्वेक्षण से पता चला है. इस से सामने आया है कि 21 मार्च से टीवी का उपयोग में 11 से 31 जनवरी के मुकाबले 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट से ये भी पता चलता है कि सभी भारतीय भाषाओं में समाचार और फिल्मों की रेटिंग में भी क्रमशः 298 प्रतिशत और 56 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
प्राइम टाइम और गैर प्राइम टाइम ख़बरों की रेटिंग 7 से 21 प्रतिशत बढ़ गयी है, वहीं जनरल एंटरटेनमेंट चैनल (जीईसी) की रेटिंग 52 प्रतिशत से 39 प्रतिशत तक आ गिरी है.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 14 से 24 मार्च के बीच विज्ञापन दिखाए जाने के समय में 15 प्रतिशत यानि 6 लाख सेकेंड्स का इज़ाफा हुआ है.
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