नई दिल्ली: भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 अधिकारियों की बुधवार को तमिलनाडु में एक दुर्घटना में हुई मौत पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्य सभा में दुख व्यक्त किया और घटना की जानकारी दी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
राजनाथ सिंह ने बताया, ‘भारतीय वायु सेना ने हेलिकॉप्टर क्रैश में ट्राई-सर्विस जांच के आदेश दिए हैं. एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह इस जांच की अगुवाई करेंगे. जांच टीम ने कल घटनास्थल का दौरा किया और जांच शुरू कर दी है.’
सिंह ने संसद में बताया, ‘जनरल रावत ने 11:48 बजे सुलूर से भारतीय वायु सेना के एमआई17V 5 ने उड़ान भरी जिसके 12:15 बजे अपने गंतव्य पर पहुंचना था लेकिन 12:08 बजे हेलिकॉप्टर ने अपना संपर्क खो दिया.’
उन्होंने बताया कि उस हेलिकॉप्टर में मौजूद 14 लोगों में 13 लोगों की मौत हो गई जिसमें सीडीएस बिपिन रावत, मधुलिका रावत और सेना के अन्य 11 अधिकारी मौजूद थे.
सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों को सबसे पहले इस घटना की जानकारी मिली और जांच के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट होगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘सभी पार्थिव शरीर को आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट पर हैं और उन्हें बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.’
सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे.
रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं देश की ओर से सभी दिवंगत लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.’ लोकसभा और राज्य सभा ने इस घटना में मारे गए लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा.
इस दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के शवों को नीलगिरी जिले के वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल में लाया गया है.
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वायु सेनाध्यक्ष ने घटनास्थल का दौरा किया, उत्तराखंड में राजकीय शोक
तमिलनाडु में बुधवार को कुन्नूर के नजदीक नीलगिरी की पहाड़ियों में सेना का हैलीकॉप्टर क्रैश हुआ जिसमें सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य अधिकारियों की मौत हो गई. हेलिकॉप्टर में क्रू समेत 14 लोग सवार थे. सीडीएस बिपिन रावत एमआई-17V5 हेलिकॉप्टर में सवार थे.
भारतीय वायु सेना ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. हेलिकॉप्टर क्रैश का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. वहीं गुरुवार को वायु सेनाध्यक्ष वीआर चौधरी ने घटनास्थल का दौरा किया.
बता दें कि जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को हुआ था और उन्हें 1978 में सेना की गोरखा राइफल्स में कमीशन मिला था. वह 1 जनवरी 2020 से पहली बार सृजित सीडीएस का पद संभालने से पहले 31 दिसंबर 2016 से सेनाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे. वह देश के 26वें सेना प्रमुख थे.
बिपिन रावत उत्तराखंड से ताल्लुक रखते थे. उत्तराखंड सरकार ने राज्य में तीन दिनों का राजकीय शोक की घोषणा की है.
देश के चीफ़ ऑफ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत जी के निधन से पूरे भारतवर्ष में शोक की लहर है। उत्तराखण्ड सरकार ने पुण्य आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।#CDSBipinRawat #CDSRawat #CDS_Bipin_Rawat pic.twitter.com/gZrHgvHTZD
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 8, 2021
बिपिन रावत के कार्यकाल में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक किया था. पूर्वोत्तर भारत में उग्रवादी विरोधी ऑपरेशन में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.
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