जयपुर, 20 मई (भाषा) राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) को दो कथित बिचौलियों के साथ पकड़ा है। तीनों से पूछताछ की जा रही है।
ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने मंगलवार को बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को यह सूचना मिल रही थी कि सवाई माधोपुर जिले में रामराज मीणा एवं प्रदीप पारिक नामक व्यक्ति अवैध बजरी खनन के संरक्षण के लिए विभागों के अधिकारियों एवं दलालों से सांठगांठ कर अवैध राशि इकट्ठा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बजरी खनन माफियाओं को संरक्षण प्रदान करने के लिए वसूली गयी राशि का एक हिस्सा अधिकारियों को भी पहुंचाया जा रहा था।
अधिकारी के अनुसार, मीणा एवं पारिक सवाई माधोपुर स्थित एसीबी के तत्कालीन एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा के लिए धन एकत्र कर रहे थे। शर्मा को हाल ही में सवाई माधोपुर से एसीबी मुख्यालय स्थानांतरित किया गया था।
मेहरड़ा ने बताया कि मीणा का मोबाइल नियमों का पालन करते हुए ‘इंटरसेप्ट’ किया गया तो यह पता चला कि मीणा एवं शर्मा लोकसेवकों को कार्रवाई का भय दिखाकर रिश्वत की राशि वसूल रहे थे।
उन्होंने बताया कि शर्मा ने अपने पद का प्रभाव दिखाते हुए शराब के ठेकेदारों से अवैध शराब की बोतलें प्राप्त कीं तथा मीणा एवं पारिक उर्फ बंटी के माध्यम से सरकारी अधिकारियों से प्रतिमाह एक निश्चित राशि की उगाही की। दोनों दलालों ने समय-समय पर शर्मा को रिश्वत पहुंचाई।
उन्होंने बताया कि एसीबी की टीम ने पारिक को जयपुर में 11 लाख रुपये नकदी के साथ पकड़ा और यह रकम कथित तौर पर एएसपी सुरेंद्र शर्मा को पहुंचाई जानी थी।
अधिकारी के अनुसार, सवाई माधोपुर में मीणा को भी कुछ नकदी के साथ पकड़ा गया, इसके बाद एसीबी ने शर्मा को एसीबी मुख्यालय में हिरासत में ले लिया।
आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
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