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गुरूवार, 22 मई, 2025
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राजस्थान: माली और सेनेगल देश के प्रतिनिधियों ने राजीविका द्वारा संचालित परियोजनाओं पर चर्चा की

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जयपुर, 30 मई (भाषा) ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने बृहस्पतिवार को पश्चिम अफ्रीकी देश माली और सेनेगल से राजस्थान में प्रशिक्षण के लिए आए प्रतिनिधियों के साथ आगे के सहयोग के बारे में विस्तार से चर्चा की।

कुमार ने महिलाओं से बातचीत की और राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद या राजीविका द्वारा संचालित परियोजनाओं पर चर्चा की।

दोनों देशों की नौ फेडरेशन की महिला प्रमुख ने अपने दो सप्ताह के कार्यक्रम के दौरान धौलपुर, भरतपुर अजमेर, जयपुर उदयपुर का दौरा किया।

कुमार ने बताया कि राजीविका का धौलपुर मॉडल सेनेगल और माली की 12500 महिलाओं के लिए आजीविका का साधन बन गया है।

उन्होंने बताया कि धौलपुर में राजीविका से जुड़ी महिलाओं ने सेनेगल और माली देशों में जाकर स्वयं सहायता समूह बनाने, ग्राम संगठन और फेडरेशन को संचालित करने की पद्धति एवं विभिन्न प्रकार के उत्पादों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया।’’

कुमार ने कहा, ‘‘आज इन देशों की महिलाएं वर्षभर में करीब 17 करोड़ की बचत करती है और उसी बचत से अंतर-ऋण के माध्यम से अन्य महिलाओं को रोजगार से जोड़ रही हैं तथा प्रशिक्षण के माध्यम से नए कार्य कर रही हैं।’’

दोनों देशों के नौ फेडरेशन की महिला प्रमुखों के साथ अन्य प्रतिनिधि भी जयपुर पहुंचे। ये प्रतिनिधि धौलपुर, भरतपुर, अजमेर, जयपुर एवं उदयपुर में राजीविका समूहों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

ये लोग राजस्थान दौरे के दौरान मुर्गीपालन, बकरीपालन, प्राकृतिक खेती, बायो गैस सहित अन्य गतिविधियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। राजस्थान में बाजरा उत्पादन के लिए जैसा मौसम है वैसा ही इन अफ्रीकन देशों में भी है। फेडरेशन की महिला प्रमुख प्रशिक्षण के दौरान बाजरा उत्पादन के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेगी।

कुमार ने राजीविका के पंचसूत्रों- साप्ताहिक बैठक, साप्ताहिक बचत, आंतरिक उधार, ऋण का भुगतान और रिकॉर्ड का रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।

उन्होंने बताया कि राजीविका का प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने महिलाओं की आजीविका में वृद्धि के लिए पंचरत्न मिशन के माध्यम से राजीविका द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार तक पहुंचने पर जोर दिया।

उन्होंने प्रदेश की महिलाओं को कृषि तकनीक में उन्नत और कृषि में अग्रसर बताया।

उन्होंने अफ्रीका और प्रदेश की वनस्पति में समानता बताते हुए प्रतिनिधियों से कृषि और जल संरक्षण पर भी चर्चा की। उन्होंने राज्य में प्रचलित मोटे अनाज को अफ्रीका में उगाने का सुझाव दिया।

बैठक के दौरान, राजीविका के द्वारा किये जा रहे नवाचारों एवं कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही, राज्य में स्वायत्त ग्रामीण समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा नीम के बीज की खाद, औद्योगिक उत्पादन और मिलेट उत्पादों के बारे में जानकारी प्रतिनिधियों के साथ साझा की गई।

इस बैठक में राज्य में कृषि संबंधित क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान पर भी चर्चा की गई। साथ ही नर्मदा नहर के माध्यम से जालोर एवं बाड़मेर जिलों में की जा रही सिंचाई के बारे में प्रस्तुतीकरण और वीडियो के माध्यम से जानकारी दी गयी।

भाषा कुंज खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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