जयपुर, 30 जनवरी (भाषा) नीम का थाना जिले को भंग करने के विरोध में बृहस्पतिवार को इलाके के बाजार और स्कूल बंद रहे। लोगों ने राजमार्ग को भी अवरुद्ध कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार आंदोलन पर उतरे स्थानीय लोगों ने सड़कों पर टायर जलाए और नीम का थाना को जिला बनाए रखने की मांग करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस आंदोलन का प्रभाव नीम का थाना कस्बे के साथ साथ मावंडा, पाटन, चला, गुहाला में भी देखने को मिला जहां बाजार पूरी तरह बंद हैं।
पुलिस उपाधीक्षक गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोबाइल पेट्रोलिंग टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। जयपुर और दिल्ली जाने वाली बसों का मार्ग बदला गया है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने नीम का थाना शहर से गुजरने वाले राजमार्ग 13 और 37बी को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने बताया कि राज्य राजमार्ग 13 पर जयपुर की तरफ भूदोली बाईपास, झुंझुनूं की तरफ मावंडा गांव और 37बी पर जीर की चौकी (नीमकाथाना से कोटपूतली की तरफ) पर यातायात ठप रहा। प्रदर्शनकारियों ने शहर में कोर्ट परिसर के बाहर सड़क पर धरना दिया।
इस आंदोलन के कारण शहर में सभी निजी शिक्षण संस्थान, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
उल्लेखनीय है कि राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार ने गत कांग्रेस सरकार द्वारा गठित नौ जिलों अनूपगढ़, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, नीम का थाना, सांचौर व शाहपुरा को निरस्त करने का फैसला दिसंबर माह में किया।
हालांकि सरकार ने पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए बालोतरा, डीग, ब्यावर, डीडवाना-कुचामन, कोटपूतली-बहरोड, खैरथल-तिजारा, फलौदी और सलूंबर को जिला बनाए रखने का फैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछली अशोक गहलोत सरकार ने 17 नए जिले व तीन नए संभाग बनाने की अधिसूचना जारी की थी। इसके साथ ही तीन नए जिलों की घोषणा की थी लेकिन उसकी अधिसूचना जारी नहीं हुई थी।
भाषा पृथ्वी मनीषा नरेश
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