जयपुर, 30 अप्रैल (भाषा) राजस्थान पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए आयोजित नीट-यूजी 2025 परीक्षा के पेपर लीक के नाम पर हो रही साइबर ठगी के संबंध में एक परामर्श जारी किया है।
राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड एवं राजस्थान साइबर अपराध शाखा ने छात्रों और अभिभावकों को ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहने की सलाह दी है जो नीट-यूजी का पेपर लीक होने का दावा करके पैसे ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
इसमें स्पष्ट किया है कि इस परीक्षा की प्रक्रिया अत्यंत सुरक्षित और गोपनीय है और पेपर लीक होने की कोई संभावना नहीं है।
पुलिस महानिदेशक (साइबर क्राइम) हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने एवं आमजन में साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से राज्य में लगातार प्रयास किये जा रहे है।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में देशभर में आयोजित होने वाली नीट-यूजी, 2025 परीक्षा का पेपर लीक / प्राप्त करने की भ्रामक सूचनाओं से अभिभावकों से लाखों रूपये ठगने के तरीके टेलीग्राम एप्प व अन्य सोश्यल मीडिया के माध्यम से अपनाये जा रहे हैं।
प्रियदर्शी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए देशभर में आगामी चार मई को नीट-यूजी 2025 परीक्षा आयोजित होने जा रही है। परीक्षा से पहले टेलीग्राम एप्प व सोशल मीडिया पर कथित पेपर लीक/ प्राप्त करने से संबंधी भ्रामक सूचनाओं ने छात्रों और अभिभावकों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
उन्होंने बताया कि नीट लीक पेपर के नाम पर अभिभावकों से लाखों रुपए वसूलने/ठगने के लिए साइबर ठग भ्रामक संदेशों के जरियें छात्रों व उनके अभिभावकों को फंसाकर प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक कराने, टॉप रैंकर्स और कोचिंग सेंटरों आदि के नामों से धोखाधड़ी कर लोगों को अपने जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने एक बयान में बताया कि नीट-यूजी 2025 परीक्षा से पहले टेलीग्राम एप्प पर कथित पेपर लीक के नाम पर धोखाधड़ी के टेलीग्राम चैनल बनाये गए है। जैसे ‘नीट पीजी लीक्ड मेटिरियलस’ के नाम से एक चैनल संचालित था, जिसमें लगभग 20,600 सदस्य जुड़े हुए थे।
उन्होंने बताया कि यह चैनल नीट पीजी 2024 परीक्षा के लिए कथित लीक पेपर बेचने का दावा कर रहा था। इन चैनलों में स्कैमर्स विद्यार्थियों से 50 से 70 हजार रुपए तक की राशि मांग रहे हैं।
उन्होंने बताया कि साइबर ठग पेपर लीक की गारंटी देने के लिए प्रिंटिंग प्रेस, टॉप रैंकर्स और कोचिंग सेंटरों के नाम का उल्लेख करते हैं। राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनटीए) एवं साइबर क्राइम शाखा ने स्पष्ट किया है कि ये सभी दावे फर्जी एवं झूठे हैं और छात्रों को ऐसे चैनलों से सावधान रहने की सलाह देते हुए किसी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट जो नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक करने का दावा करते हैं को पैसे ना देने के लिए कहा है।
साथ ही व्यक्तिगत जानकारी जैसे रोल नंबर, पासवर्ड या बैंक विवरण भी किसी के साथ शेयर ना करने के लिए आगाह किया है
प्रियदर्शी ने बताया कि इस संबंध में आमजन को सूचित किया जाता हैं कि ऐसे भ्रामक टेलीग्राम चैनल या एप्स व सोश्यल मीडिया जो पेपर लीक का दावा करते हैं, उनकी जानकारी राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड एवं साइबर क्राइम शाखा को देवे। संबंधित संदिग्ध स्क्रीनशॉट, ग्रुप लिंक, बैंक अकाउंट, यूपीआई आईडी व वॉलेट डिटेल की सूचना साइबर हेल्प लाईन नम्बर 1930, साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या निकटतम पुलिस स्टेशन / साइबर पुलिस स्टेशन को देवे।
भाषा
कुंज, रवि कांत रवि कांत
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