जयपुर, 27 मई (भाषा) राजस्थान में दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में चार सरकारी स्कूली शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार अलवर के दो और डीडवाना-कुचामन जिले के दो शिक्षकों को मूल्यांकन प्रक्रिया के दौरान नियमों का पालन नहीं करने के लिए निलंबित किया गया है।
अलवर में रेलवे स्टेशन माध्यमिक विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक ओम प्रकाश सैनी 10वीं कक्षा की गणित की उत्तर पुस्तिकाएं वितरित करने के प्रभारी थे। उन्होंने खुद काम करने के बजाय यह काम एक प्रशिक्षु को सौंप दिया। प्रशिक्षु ने उत्तर पुस्तिकाएं एक अन्य शिक्षिका मीनाक्षी अरोड़ा को सौंप दीं, जो बाद में उत्तर पुस्तिकाओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करती पाई गईं।
निदेशालय ने इसे गंभीर गलती बताया और परीक्षा की कॉपियों की गोपनीयता बनाये रखने में विफल रहने को लेकर दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया।
एक अन्य मामले में, डीडवाना के निंबड़ी मकराना उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक भवरूद्दीन को मूल्यांकन के लिए संस्कृत की 366उत्तर पुस्तिकाएं दी गईं। उन्होंने अपने सहकर्मी प्रदीप शर्मा की मदद ली, जिन्होंने कथित तौर पर अपने पिता से किराने की दुकान पर कॉपियां की जांच करवाई। इस घटना का एक वीडियो पिछले हफ़्ते सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
भवरुद्दीन और प्रदीप शर्मा दोनों को निलंबित किया गया है। शिक्षा विभाग ने कहा कि इस तरह की हरकतें परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं।
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राजकुमार
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