जयपुर, 18 सितंबर (भाषा) राजस्थान के दवा विक्रेताओं (केमिस्टों) ने राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ और बकाया भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
इनकी केमिस्ट एसोसिएशन ने दावा किया है कि लगभग 880 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है और योजना के पोर्टल से तीन लाख से ज़्यादा बिल गायब हो गए हैं।
राजस्थान केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक विजयवर्गीय ने कहा, ‘बार-बार अनुरोध के बावजूद राज्य सरकार ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। केमिस्टों ने मौजूदा हालात में सरकार पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘केमिस्टों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।’
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सचिन गोयल और सचिव रवि गुप्ता ने घोषणा की कि इसके खिलाफ जल्द ही राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों द्वारा 21 दिनों के भीतर बकाया राशि के भुगतान का आश्वासन दिए जाने के बावजूद इसमें कथित तौर पर छह से सात महीने की देरी हो रही है।
उन्होंने आगे कहा, ‘विभागीय अधिकारियों और तृतीय-पक्ष प्रशासक (टीपीए) की मनमानी के कारण 880 करोड़ रुपये का बकाया अटका हुआ है। आरजीएचएस पोर्टल से तीन लाख से ज़्यादा बिल गायब हो गए हैं और अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।’
विजयवर्गीय ने दावा किया कि कई केमिस्ट अपने बच्चों की स्कूल फीस नहीं भर पा रहे हैं और बढ़ते कर्ज और वित्तीय दबाव के कारण कई दुकानें बंद होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान भर में 5,000 से ज़्यादा केमिस्ट परिवार न्याय के लिए लड़ रहे हैं।’
भाषा पृथ्वी मनीषा
मनीषा
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