जयपुर, 11 मार्च (भाषा) राजस्थान में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत अजमेर में आनासागर झील के किनारे बनाए गए सेवन वंडर्स पार्क में स्थापित संरचनाओं को मंगलवार को उच्चतम न्यायालय और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों के अनुपालन में हटा दिया गया।
अजमेर के उपखंड अधिकारी (एडीएम) गजेंद्र सिंह ने बताया कि एनजीटी के आदेश और बाद में की गई अपीलों के बाद उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार झील के किनारे सात अजूबों (सेवन वंडर्स) की मूर्तियों और अन्य निर्माण हटाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि झील के किनारे बने फूड कोर्ट के हिस्से को भी सोमवार को हटा दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘यह काम न्यायालय के आदेश की मंशा के अनुसार किया जा रहा है।’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुरेंद्र सिंह ने सेवन वंडर्स पार्क और फूड कोर्ट के खिलाफ एनजीटी में याचिका दायर की थी। एनजीटी ने दिसंबर 2022 में संरचनाओं को हटाने का फैसला दिया गया था, लेकिन इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दायर की गई थी।
भाजपा नेता ने कहा, ‘एनजीटी ने माना था कि निर्माण आर्द्र भूमि को नष्ट करके और मास्टर प्लान की अनदेखी करके किया गया था। एनजीटी ने चिंता जताई थी कि लगातार विकास के कारण झील का पारिस्थितिक संतुलन खराब हो रहा है।’
सिंह ने कहा कि एनजीटी के आदेश के दो साल बाद अब कार्रवाई की गई है।
भाषा
कुंज, रवि कांत रवि कांत
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