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Friday, 8 November, 2024
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कोविड-19 से लड़ाई के लिए रेलवे ने तैयार किए 5 हजार कोच, राज्यों को दिए जाएंगे केयर सेंटर

रेल मंत्रालय ने ट्रेन के 5231 कोच को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया गया है. इसके अलावा रेलवे अपने फ्रंट लाइन वर्कर के​ लिए पीपीई किट्स भी तैयार करने में जुटा हुआ है.

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नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए रेलवे ने पूरी तैयार कर ली है. भारतीय रेलवे ने देशभर में 5,231 कोविड केयर कोच तैयार कर लिए है. इसके अलावा रेलवे ने कोरोनावायरस से संक्रमि​त लोगों के इलाज के लिए 215 रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदल दिया है. 85 रेलवे स्टेशन पर हेल्थ केयर की सुविधा भी दी हुई है.

भारतीय रेलवे ने सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा है कि 130 स्टेशनों को भी हेल्थ केयर सेंटर में तब्दील कर सकती है. लेकिन उन्हें राज्य सरकारें जरुरी दवाईयां और सुविधाएं मुहैया करवा दे. रेलवे ने कोविड 19 से लड़ने के लिए 2500 से अधिक डॉक्टर और 35 सौ से ज्यादा मेडिकल स्टाफ तैनात किया है.

रेलवे ने 20 हजार कोच को कोविड देखभाल केंद्र में महुैया कराने की बात कही थी. जिनमें पहले चरण में पांच हजार से जयादा कोच पर काम शुरु किया गया था. इसी प्रकार रेलवे ने विभिन्न स्थानों पर कुल मिलाकर 5231 कोच को कोविड केयर कोच में बदल दिया है.

भारतीय रेलवे के अनुसार, इन सेंटर पर खाने-पीने की सुविधा के साथ-0साथ बिजली,पानी और सरक्षा रेलवे करेगी. इस संदर्भ में केंद्र सकरार ने सभी राज्यों की सरकार को एक गाइडलाइन भी जारी कर दी है. इस गाइडलाइन को स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेवले के साथ मिलकर तैयार किया है.

रेलवे के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने ट्रेन के 5,231 कोच को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया गया है. इन सभी कोच का उपयोग कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए किया जा सकता है. इसके अलावा रेलवे अपने फ्रंट लाइन वर्कर के​ लिए पीपीई किट्स भी तैयार करने में जुटा हुआ है.

अगर राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों को भारतीय रेलवे की इन मदद की आवश्यकता है, तो राज्य सरकार को रेल मंत्रालय को अपनी जरुरतों को बताते हुए एक आवेदन करना होगा. राज्यों की जरुरतों को देखते रेल मंत्रालय इन कोच को पहुंचाने के लिए स्थान का चयन करेगा. जगह का चयन होने के बाद स्टेशन पर ट्रेन को पहुंचा दी जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमितों के लिए कोच का उपयोग का फैसला लिया

कोरोना के संक्रमित मरीजों का बढ़ता आंकड़ा देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेल के कोच को कोरोनावायरस के संदिग्ध मरीज और मामूली श्रेणी वाले संक्रमित मरीजों के लिए कोविड देखभाल केंद्र के रुप में प्रयोग करने का फैसला लिया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरीजों को उनके लक्षणों के आधार पर डिब्बों में भर्ती करवाया जाएगा. लक्षणों या स्वास्थ्य स्थिति में बदलावा होने के बाद उन्हें हॉस्पिटल में भेजा जाएगा. संदिग्ध मरीजों और सं​क्रमित लोगों के लिए अलग-अलग डिब्बे निर्धारित किए जाएंगे, ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो. यदि स्थिति गंभीर होती है तो एक केबिन में दो मरीज ही भर्ती कराएं जाएंगे.

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