श्रीनगर, 24 अप्रैल (भाषा) आतंकवादियों द्वारा रेलवे के बुनियादी ढांचे, कश्मीरी पंडितों और घाटी में काम करने वाले गैर स्थानीय लोगों पर हमले की ‘सक्रिय रूप से योजना’ बनाने की सूचना के बाद सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक हमले के बाद ये सूचनाएं प्राप्त हुई थीं।
मंगलवार, 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पर्यटन केंद्र पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए। इनमें अधिकतर पर्यटक थे।
उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी से पता चलता है कि आतंकवादी आने वाले दिनों में गैर स्थानीय लोगों, कश्मीरी पंडितों और सुरक्षा कर्मियों पर हमले की सक्रिय रूप से योजना बना रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि रेलवे का बुनियादी ढांचा एक संवेदनशील लक्ष्य बना हुआ है, क्योंकि घाटी में कई रेलवे कर्मचारी गैर-स्थानीय हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा कर्मी अक्सर अपनी बैरक से बाहर निकलकर स्थानीय बाजारों में घूमते रहते हैं। उनसे ऐसा करने से परहेज करने को कहा गया है, क्योंकि यह उनकी सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि इन कर्मियों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘तत्काल प्रभाव’ से ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की चेतावनी दी गई है।
यह चेतावनी दी गई है कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई श्रीनगर और गांदरबल जिलों में कश्मीर पंडितों और पुलिस कर्मियों पर लक्षित हमले करने की योजना बना रही है।
सुरक्षा बल तुरंत कार्रवाई में जुट गए हैं और यह आदेश दिया गया है कि आतंकवादियों द्वारा रेलवे परियोजनाओं को नुकसान पहुंचाने के ‘किसी भी प्रयास को विफल करने’ के लिए स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय करके आरपीएफ द्वारा ‘सभी आवश्यक एहतियाती कदम’ उठाए जाएं।
भाषा
शुभम माधव
माधव
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