नई दिल्ली: भारतीय रेलवे की एक सबसे बड़े केटरिंग कॉन्ट्रेक्टर जो कि राजधानी समेत करीब 100 गाड़ियों में खाना सप्लाई करता है उसके एक जातिवादी विज्ञापन की बहुत आलोचना हो रही है. बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स, जोकि आर.के असोसिएट्स की कंपनी है, के विज्ञापन में लिखा है कि उसे रेलवे फूड प्लाज़ा मैनेजर, ट्रेन केटरिंग मैनेजर, बेस किचन मैनेजर और स्टोर मैनेजर के लिए ‘अग्रवाल और वैश्य समुदाय से ही ताल्लुक रखने वाले 100 पुरुषों की आवश्यकता है.’ साथ ही कंपनी का कहना था कि उम्मीदवारों को ‘अच्छे परिवारों’ से होना चाहिए. विज्ञापन में कहा गया है कि उम्मीदवारों को आर के मील्स ऑन व्हील्स से संपर्क करना चाहिए.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद कंपनी ने रेलवे से लिखित में माफी मांगी और विज्ञापन वापिस ले लिया.
आईआरसीटीसी के प्रवक्ता ने दिप्रिंट हिंदी को बताया कि इस तरह का विज्ञापन सामने आने के बाद हमने कंपनी को विज्ञापन वापस लेने के लिए कहा है.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,’ आईआरसीटीसी ने इसे गंभीरता से लिया है और ठेकेदार को जातिगत आधार पर नोटिस निकालने से मना किया है. उनसे किसी भी जाति, धर्म या क्षेत्र के उचित लोगों की भर्ती करने के लिए कहा गया है.’
उन्होंने कहा,’ठेकेदार ने आईआरसीटीसी से इस बात की पुष्टि की है कि विज्ञापन के लिए जिम्मेदार एचआर मैनेजर को नौकरी से हटा दिया गया है.’
कंपनी 50 वर्षों से कर रही कैटरिंग के क्षेत्र में काम
कंपनी अपनी वेबसाइट पर दावा करती है कि वो पिछले दो दशकों से 150 रेलों में, जिनमें राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी रेलों में केटरिंग करती है. कंपनी मील्स ऑन व्हील्स नाम से केटरिंग करती है.
बृंदावन फूड प्रोडक्स कंपनी का मुख्य कार्यालय ओखला में स्थित है. इस कंपनी में करीब 5 हजार लोगों का स्टाफ है. यह कंपनी विगत 50 वर्षों से टूरिज्म ,हॉस्पिटैलिटी और कैटरिंग में काम करी है.
कंपनी ने रेलवे से मांगी माफी
मामला बढ़ने के बाद रेलवे ने इस मामले में जब कंपनी से जवाब तलब किया तो बृंदावन फूड प्रोडक्स कंपनी की तरफ से अपना माफीनामा दिया. इसमें उन्होंने रेलवे से कहा है कि, ‘हम यह बताना चाहते है कि हमने दो विज्ञापन दिए थे.एक ट्रेन और रेस्टोरेंट में कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए वही दूसरा समाजिक कल्याण कार्यक्रम के लिए. कंपनी के क्लर्क की गलती के चलते यह हुआ है.’
माफीनामा में आगे लिखा है कि, ‘हम किसी भी विशेष सुमदाय को चोट नहीं पहुंचाना चाहते है. हमारा मकसद है कि उचित उम्मीदवार को ही नौकरी मिले. हम किसी भी काम के लिए किसी विशेष समुदाय को सपोर्ट नहीं करते हैं.’
‘यह नियुक्ति का विज्ञापन बदल दिया जाएगा. जल्द ही नया विज्ञापन जारी किया जाएगा.’
सोशल मीडिया पर शोर
बृंदावन फूड प्रोडक्स के इस विज्ञापन के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कुमार विश्वास ने भी इस विज्ञापन पर लिखा है. विश्वास ने ट्वीट किया कि,’ बेहद शर्मनाक सोच व कार्य ! संविधान की मर्यादा को तार-तार करते इस संस्थान के विरुद्ध एक कठोर व मानक कार्यवाही सरकार के ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ नारे को सत्य सिद्ध करेगी रेलमंत्री पीयूष गोयल, योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री आशा है आप सब जो कहते रहे हैं उसे मानते भी होगें ही.’
बेहद शर्मनाक सोच व कार्य ! संविधान की मर्यादा को तार-तार करते इस संस्थान के विरुद्ध एक कठोर व मानक कार्यवाही सरकार के “सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास” नारे को सत्य सिद्ध करेगी @PiyushGoyal @myogiadityanath @HMOIndia जी ! आशा है आप सब जो कहते रहे हैं उसे मानते भी होगें ही ??? https://t.co/p0R3tj88VJ
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 7, 2019
कंपनी का पहले भी रहा है विवादों से नाता
इससे पहले भी रेल नीर स्कैम में भी इस कंपनी का नाम आया था और सीबीआई ने छापेमारी की थी. तब भी लोग सवाल उठा रहे थे कि कैसे इस कंपनी को रेल के इतने बड़े ठेके मिल जाते हैं.